हरिद्वार: धर्मनगरी में शारदीय कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है. महाशिवरात्रि से पहले कांवड़िया हरिद्वार पहुंचने लगे हैं और हरकी पैड़ी से गंगाजल भरकर अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो रहे हैं. कावड़ यात्रा शुरू होने पर हरिद्वार में बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं. हालांकि अभी कम संख्या में कांवड़िया हरिद्वार से गंगाजल भरकर रवाना हो रहे हैं, लेकिन आने वाले तीन-चार दिनों में कांवड़ यात्रा जोरों पर चलेगी. कांवड़ यात्रा को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने भी कमर कस ली है. यातायात प्लान तैयार किया है, ताकि शिव भक्तों को परेशानी न हो.
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि 8 मार्च को महाशिवरात्रि से पहले हरिद्वार पुलिस द्वारा व्यवस्थाओं को देखते हुए कई प्लान तैयार किए गए हैं. जिसमें ट्रैफिक प्लान पर ज्यादा फोकस है. उन्होंने बताया कि चौक-चौराहों पर फोर्स की तैनाती कर दी गई है. लगातार यात्रा के रूटों पर निरीक्षण का कार्य भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह द्वारा थाना चिड़ियापुर बॉर्डर पहुंचकर शारदीय कांवड़ मेले की तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है. कांवड़ मेला के लिए मार्गों, राजमार्ग और नहर पटरी का भौतिक निरीक्षण करते हुए कमियां दुरुस्त करने के लिए जरूरी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही मेला क्षेत्र में हुए अस्थायी अतिक्रमण हो हटाते हुए अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
दिल्ली और यूपी के भक्तों के लिए तैयार हुआ रूट:दिल्ली, मेरठ और मुजफ्फरनगर से स्नान हेतु हरिद्वार आने वाले वाहनों का आवागमन नारसन, मंगलौर, कोर कॉलेज, ख्याति ढाबा, गुरुकुल कांगड़ी और शंकराचार्य चौक से होगा, जबकि वाहनों को अलकनंदा, दीनदयाल, पंतद्वीप और चमकादड़ टापू में पार्क किया जाएगा. इसके लिए रूट तय किया गया है.
यातायात का दबाव बढ़ने पर वाहनों के लिए रूट और पार्किंग:वहीं, अगर यातायात का दबाव ज्यादा बढ़ता है, तो वाहनों को दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, नारसन, मंगलौर, कोर कॉलेज, ख्याति ढाबा, गुरुकुल कांगड़ी, सर्विसलेन, सिंहद्वार, देशरक्षक तिराहा, बूढ़ीमाता और श्रीयंत्र पुलिया रूटों से भेजा जाएगा. साथ ही इन वाहनों को बैरागी कैंप में पार्क किया जाएगा.