मंडी:किरतपुर मनाली निर्माणाधीन फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत मंडी से पंडोह तक बेतरतीब ढंग से की गई पहाड़ों की कटिंग का खामियाजा आम जनता भुगत रही है. आलम यह है कि चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर 4 से 8 मील के बीच कुछ माह पहले की गई कटिंग आज भी पत्थरों के रूप में मौत बनकर बरस रही है. दो दिन पहले भी मंडी से पंडोह के बीच 6 मील के पास कटिंग कर रही मशीन पर पत्थर और मलबा आ गिरा, जिस कारण ऑपरेटर की दबने से दर्दनाक मौत हो गई.
इससे पहले भी 31 जनवरी को पहाड़ी से गाड़ी पर पत्थर गिरने से एक महिला की मौत हो गई और चार लोग बाल-बाल बचे थे. आये दिन दो पहिया और अन्य गाड़ियों पर यहां पर पत्थर गिरते आए हैं. जिस कारण लोगों ने अब इस एनएच को सुविधा नहीं मौत का एनएच कहना शुरू कर दिया है. बता दें कि 2 दिन पहले हुई मशीन ऑपरेटर की मौत के बाद एनएचएआई व जिला प्रशासन की आंखें खुली और तब जाकर पहाड़ी पर हवा में लटके बड़े-बड़े पत्थरों को हटाने शुरू किया गया है.
वहीं, पुलिस प्रशासन द्वारा इस हादसे के बाद फोरलेन निर्माण कार्य में लगी कंपनी और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है. पंडोह से अपने परिजनों के साथ मंडी आ रहे स्थानीय निवासी यशपाल का कहना है कि मंडी से पंडोह के बीच फोरलेन नहीं मौत का लेन बनता जा रहा है. जिसमें, उन्होंने अपनी 47 वर्षीय बुआ को अपनी आंखों के सामने काल का ग्रास बनते देखा.