वाराणसी:Navratri 2024:काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी परिसर में मौजूद मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन को लेकर न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन है. श्रृंगार गौरी मामले को ही आगे बढ़ाते हुए ज्ञानवापी परिसर के वैज्ञानिक सर्वे के साथ ही कमीशन कार्रवाई को भी पूरा किया जा चुका है.
लेकिन, अभी श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन को लेकर न्यायालय से कोई फैसला नहीं आया है. इन सब के बीच चैत्र नवरात्र के चौथे दिन माता श्रृंगार गौरी के दर्शन की परंपरा का निर्वहन शुक्रवार को किया जाएगा. इसके लिए इस मुकदमे की वादी महिलाओं की तरफ से शोभायात्रा निकालने की तैयारी की जा रही है, तो वहीं अन्य भक्त यहां पहुंचकर दर्शन पूजन करेंगे.
मां श्रृंगार गौरी की दर्शन-पूजन यात्रा के सन्दर्भ में एक बैठक गुरुवार को चेतगंज स्थित सरस्वती वाचनालय में लाल बाबू की अध्यक्षता में हुई. बैठक में चैत्र नवरात्र चतुर्थी 12 अप्रैल शुक्रवार गोरक्षनाथ मठ, मैदागिन से प्रातः 8:00 बजे से मां श्रृंगार गौरी की दर्शन-पूजन यात्रा निकाले जाने पर सहमति बनाई गई है.
इस सम्बन्ध में कार्यक्रम संयोजक सोहन लाल आर्य ने कहा कि सनातन धर्म के स्थापनार्थ इस यात्रा का बहुत ही माहत्म्य है. सभी हिन्दू धर्मावलम्बियों को इस यात्रा में शामिल होने मात्र से ही मां श्रृंगार गौरी व बाबा विश्वनाथ के भव्य मन्दिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा.
ज्ञानवापी व श्रृंगार गौरी मामले के अधिवक्ता सुभाष नन्दन चतुर्वेदी, सुधीर त्रिपाठी व दीपक सिंह सहित सभी ने कहा कि सनातन धर्म में हर देवी-देवताओं का पांच प्रहर दर्शन-पूजन का प्रावधान है, जबकि मां श्रृंगार गौरी का वर्ष में एक बार दर्शन-पूजन का अधिकार होना विश्व की 100 करोड़ हिन्दुओं के लिए काला अध्याय है.