रेवाड़ी: अलवर सरिस्का टाइगर रिजर्व से 17 अगस्त को एक टाइगर (Tiger in Haryana) निकलकर राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर स्थिति झाबुआ के जंगल में छिप गया. ये जंगल हरियाणा के रेवाड़ी जिले में आता है. टाइगर से पैरों के निशान से इस बात की पुष्टि हुई. जिसके बाद रेस्क्यू टीम उसकी तलाश में जुटी है. टाइगर की तलाश के लिए रेस्क्यू टीम ने जंगल में जगह-जगह कैमरे लगाए हैं. शुक्रवार की सुबह कैमरे में टाइगर की तस्वीरें कैद हुई हैं. जिससे ये जानकारी और पुख्ता हो गई है कि टाइगर रेवाड़ी के झाबुआ जंगल में छिपा है.
सामने आई टाइगर की तस्वीरें: शुक्रवार की सुबह जब रेस्क्यू टीम झाबुआ के जंगल (Jhabua Jungle Rewari) में टाइगर को तलाश रही थी, तो उन्हें टाइगर के पगमार्क मिले. जब रेस्क्यू टीम ने जंगल में लगाए गए कैमरा के चेक किया, तो सुबह 7.05 बजे टाइगर की तस्वीर सामने आई. जिसमें टाइगर आराम से बैठा हुआ दिखाई दे रहा है. टाइगर स्वस्थ और सुरक्षित नजर आ रहा है. तस्वीर सामने आने के बाद से रेस्क्यू टीम ने टाइगर की तलाश तेज कर दी है. आस-पास के इलाकों में उसकी तलाश की जा रही है. एक तरफ टाइगर की तलाश के लिए जंगल में जगह-जगह कैमरा लगा गए हैं, तो दूसरी तरफ ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है.
टाइगर का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी: सरिस्का टाइगर रिजर्व (Sariska Tiger Reserve) का टाइगर एसटी 2303 अपने वन क्षेत्र से निकला हुआ है. 17 अगस्त को बाघ के पैरों के निशान के आधार पर पुष्टि हुई थी कि बाघ झाबुआ के जंगल में है. जिसके बाद से सर्च ऑपरेशन जारी है, लेकिन अभी तक टाइगर को पकड़ा नहीं जा सका है. वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बाघ ने कोई ना कोई शिकार कर लिया होगा. बारिश का मौसम है. इसलिए पानी की भी बाघ को कोई दिक्कत नहीं रही होगी.