शिमला:हिमाचल में आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर सहित तीन नवनिर्वाचित विधायक आज शपथ लेंगे. विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह रखा गया है. सीएम की पत्नी कमलेश ठाकुर देहरा से चुनाव जीती हैं. इसी तरह से नालागढ़ विधानसभ सीट से हरदीप सिंह चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने हैं. हमीरपुर विधानसभा सीट पर आशीष शर्मा भाजपा टिकट पर चुनाव जीतने के बाद दूसरी बार विधायक पद की शपथ लेंगे. ऐसे में अब विधानसभा सदस्यों की संख्या 68 हो जाएगी.
सदन में अब एक भी निर्दलीय विधायक नहीं:हिमाचल विधानसभा में अब सदस्यों की संख्या 68 हो जाएगी. इसमें कांग्रेस विधायकों की संख्या 40 होगी. प्रदेश में 27 फरवरी को घटे राजनीतक घटनाक्रम से पहले भी कांग्रेस विधायकों की संख्या 40 थी. इसी तरह से भाजपा विधायकों की संख्या अब बढ़कर 28 तक पहुंच गई है. पहले यही संख्या 25 थी. वहीं, अब विधानसभा में एक भी निर्दलीय विधायक नजर नहीं आएगा. इससे पहले तीन निर्दलीय विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन तीनों निर्दलीय विधायकों ने 22 मार्च को अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने 3 जून को स्वीकार किया. ऐसे में खाली हुए तीन विधानसभा क्षेत्रों देहरा, नालागढ़ व हमीरपुर में 10 जुलाई को मतदान हुआ, जिसमें देहरा से कांग्रेस के टिकट पर कमलेश ठाकुर और नालागढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी हरदीप सिंह बावा ने चुनाव जीता. वहीं, हमीरपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा चुनाव जीतकर दूसरी बार विधायक बने हैं.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी पत्नी कमलेश ठाकुर (ETV Bharat) विधानसभा में बनेगा इतिहास:हिमाचल विधानसभा के सदन में अब इतिहास बनने जा रहा है. वह ऐसे कि इस बार विधानसभा में पहली बार पति और पत्नी की जोड़ी एक साथ नजर आएगी. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू नादौन से और उनकी धर्म पत्नी कमलेश ठाकुर देहरा से उपचुनाव जीतकर पहली विधायक बनी हैं. ये जोड़ी अब मानसून सत्र में विधानसभा के एक साथ नजर आएगी. इससे पहले सदन में पिता-पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह की जोड़ी नजर आ चुकी है. जो वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद सदन में एक साथ दिखे थे.
पांच साल के कार्यकाल में दूसरी बार बने विधायक:हिमाचल विधानसभा में एक और इतिहास बन गया है. यहां पहली बार ऐसा हुआ है कि पांच साल के कार्यकाल के लिए चुने गए तीन विधायक अलग अलग पार्टी चिन्ह पर चुनाव जीतने के बाद दूसरी बार विधायक विधायक बने हैं. इसमें धर्मशाला से वर्ष 2022 में कांग्रेस टिकट पर सुधीर शर्मा चुनाव जीतकर विधायक बने थे और अब 2024 के उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद फिर से विधायक बने हैं. इसी तरह से बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिन्ह पर विधायक बने थे, अब 2024 के उपचुनाव में भाजपा टिकट पर चुनाव जीत कर फिर से विधायक बन गए हैं. इन दोनों ही विधायकों को शपथ दिलाई जा चुकी है. वहीं हमीरपुर सीट से आशीष शर्मा वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में पहली बार निर्दलीय चुनाव लड़े और पहली बार विधायक बने थे. अब 2024 के उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर फिर से विधायक बने हैं, जो आज विधायक पद की शपथ लेंगे.
ये भी पढ़ें:'मार्केटिंग बोर्ड का टेंडर निरस्त, घोटालेबाजों पर कब कार्रवाई करेगी सुक्खू सरकार'