लखनऊ :देश की अग्रणी कोचिंग संस्थानों में शामिल फिटजी कोचिंग सेंटर अचानक से देश के कई जिलों में रातों-रात बंद कर दिये गये. राजधानी लखनऊ में फिटजी कोचिंग के तीन सेंटर कटौता झील, आशियाना और अलीगंज में संचालित थे. तीनों ही सेंटर्स को 4 से 6 जनवरी के बीच बंद करके कोचिंग के कर्मचारी और शिक्षक चले गए. प्राप्त जानकारी के अनुसार, वित्तीय संकट से जूझ रहे इस इंस्टीट्यूट ने अचानक से देश भर में संचालित अपने सभी केंद्र को बंद कर दिया है.
दीपावली के बाद से ही बंद कर दिया था प्रवेश लेना :कटौता झील कोचिंग सेंटर पर मौजूद गार्ड ने बताया कि फिटजी प्रशासन ने दीपावली बाद से ही नए सत्र में प्रवेश लेना बंद कर दिया था. साथ ही इस केंद्र में काम कर रहे 72 शिक्षक को और 50 से अधिक कर्मचारियों को दीपावली के बाद से ही सैलरी का भुगतान नहीं किया गया था, जिसको लेकर कर्मचारियों और मैनेजमेंट के बीच में लगातार खींचतान चल रही थी. गार्ड ने बताया कि बीती 6 जनवरी को कटौता झील ब्रांच को बंद कर दिया गया था, वहीं आशियाना और अलीगंज सेंटर को 4 जनवरी को बंद करने का नोटिस लगा दिया गया था, वहीं गुरुवार की रात को कठौता झील सेंटर की बिजली भी आधिकारिक तौर पर बिल्डिंग के मालिक ने कटवा दी.
तीन सेंटर से करीब 18 करोड़ फीस लेता था फिटजी :जानकारी के अनुसार, फिटजी के लखनऊ के तीनों सेंटर्स में करीब 700 छात्र इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे थे, जिसमें कक्षा 9 से लेकर 12 तक पढ़ने वाले छात्र शामिल थे. औसतन संस्थान एक छात्रा से साल भर की ढाई लाख रुपये फीस वसूल करता था, जिसे वह साल के शुरुआत में एक मुश्त ही ले लेता था. लखनऊ के तीनों संस्थानों से कुल मिलाकर 18 करोड़ रुपये से अधिक की फीस सालाना वसूल की जाती थी. इसके अलावा फिटजी मैनेजमेंट की तरफ से राजधानी के कई बड़े स्कूलों में भी इंटरमीडिएट लेवल के बच्चों को इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए अलग से पढ़ाया जाता था. इसके लिए बाकायदा संस्थान और स्कूल के बीच में मोटी फीस लेकर के समझोता होता था, जहां पर फिटजी के ही टीचर जाकर इन स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के उन बच्चों की क्लासेस लेते थे जो इंजीनियरिंग फील्ड में जाना चाहते थे.
दूसरे कोचिंग सेंटर में ट्रांसफर किए गए बच्चे :कठौता झील केंद्र के आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि केंद्र के बंद करने की सूचना के बाद शुरुआत के कुछ दिनों में तो लोग यहां आते रहे, फिर केंद्र के पुराने निदेशक सभी अभिभावकों को दूसरे संस्थान में कम फीस पर प्रवेश दिलाने का आश्वासन देकर शिफ्ट हो गए. जानकारी के अनुसार, जो बच्चे पूरे साल की फीस जमा कर चुके थे उनका जून तक का कोर्स अभी बाकी था. इन बच्चों को ₹25000 फीस लेकर के दूसरे संस्थानों में प्रवेश दिलवाया गया है. फिटजी से जुड़े कुछ शिक्षक एक साथ एक प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान में शिफ्ट हो गए हैं. यहां के सभी छात्रों को कन्वेंस कर दूसरे संस्थानों में प्रवेश दिलाने की कोशिशें लगातार की जा रही हैं. करीब 300 छात्रों को प्रवेश भी दिलाया जा चुका है.