संभल : संभल में 46 साल बाद शिव मंदिर के कपाट खुलने के बाद नजदीक पाट दिए गए कुएं की खोदाई के दौरान तीन खंडित मूर्तियां मिली हैं. ये माता पार्वती, भगवान गणेश और लक्ष्मी की बताई जा रही हैं. इसके साथ ही कुएं की खोदाई अभी जारी है. इधर, कूप से मर्तियां मिलने की जानकारी होते ही लोगों की मौके पर भीड़ लग गई है. बता दें कि एक दिन पहले ही डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया और SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने मंदिर में पूजा की थी. इसके साथ ही डीएम ने ASI ([Archaeological Survey of India) को पत्र भी लिखा है. डीएम ने कहा था कि मंदिर के पास मिला कुंआ अमृत कूप है.
बीते 14 दिसंबर को सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के इलाके मोहल्ला ख़ग्गू सराय में 46 साल से बंद शिव मंदिर मिला था. मंदिर के कपाट खुलने के बाद उसके नजदीक पाट दिए गए कुएं की खोदाई की जा रही है. सोमवार को कुएं की खोदाई के दौरान तीन मूर्तियां मिलीं हैं. DM डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि प्राचीन कूप की खोदाई 10 से 12 फीट हो चुकी है. इसी दौरान पहले माता पार्वती की मूर्ति मिली, जिसका सिर टूटा हुआ है. उसके बाद भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्तियां मिलीं. कहा कि मूर्तियां कैसे अंदर गईं, क्या हुआ होगा, यह विस्तार से जांच करने के बाद पता चलेगा. उन्होंने मंदिर के आसपास अतिक्रमण के सवाल पर कहा कि कुछ लोगों ने स्वयं से हटा लिया है. कुछ से अनुरोध किया गया है.
एएसपी श्रीश चंद्र के मुताबिक, मूर्तियों की जांच के बाद ही बताया जा सकता है कि ये कितनी पुरानी हैं. वहां मौजूद एक स्थानीय निवासी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि अभी यह मूर्तियां कूप से प्राप्त हुई हैं. कूप 15 से 20 फीट खुद चुका है. इसके बाद यह मूर्तियां निकली है.
बता दें कि खग्गू सराय इलाके में बिजली चेकिंग और अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मिले शिव मंदिर के कपाट खुलने के बाद अब हिंदू धर्म से जुड़े लोग पूजा अर्चना करने पहुंच रहे हैं. मुस्लिम इलाके में स्थित यह शिव मंदिर 1978 से बंद था. 1978 के दंगे के दौरान हिंदू परिवारों ने यहां से पलायन कर लिया था. तब से यहां पूजा-पाठ बंद थी. पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने मंदिर की साफ-सफाई कराकर यहां अवैध अतिक्रमण हटवाया था. साथ ही मंदिर के नजदीक पाटे गए कूप को भी अतिक्रमण मुक्त कराते हुए खोदाई शुरू कराई है.