रांची: यौन उत्पीड़न मामले में करीब 11 वर्षों से जेल में बंद आसाराम बापू की रिहाई की मांग को लेकर बुधवार 6 मार्च को राजधानी रांची की सड़कों पर भक्तों का हुजूम उतरा. इस दौरान आसाराम बापू के भक्तों के द्वारा उन्हें निर्दोष बताते हुए उनकी रिहाई की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की गई. 86 वर्षीय वयोवृद्ध संत आसाराम बापू के गंभीर स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए श्रद्धालुओं ने समुचित इलाज के साथ-साथ रिहाई की मांग कर रहे थे.
देशव्यापी कार्यक्रम के तहत रांची के छगनलाल धर्मशाला लेक रोड के समीप से कचहरी रोड होते हुए राजभवन तक यात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरुष के साथ-साथ बच्चे भी शामिल थे. हाथों में होर्डिंग बैनर लेकर आसाराम बापू को रिहा करने की मांग कर रहे इन अनुयायियों के द्वारा बापूजी निर्दोष हैं बापू को रिहा करो, सच के साथ जो खड़ा नहीं हुआ वह हमारा नेता नहीं, बापू का केस बोगस है जैसे नारे लगाए जा रहे थे.
रिहाई के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भक्तों ने लगाया गुहार
बिहार-झारखंड प्रभारी संदीप भाई के नेतृत्व में राजभवन पहुंचे आसाराम बापू के अनुयायियों के द्वारा इस दौरान राजभवन में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमें आसाराम बापू को शीघ्र न्याय दिलाने और वर्तमान शारीरिक स्थिति को देखते हुए उन्हें जमानत या पेरोल देने की मांग की गई. इस अवसर पर बिहार झारखंड के कार्यक्रम आयोजन प्रभारी संदीप भाई ने कहा कि गुरुदेव आसाराम जी बापू विगत 11 वर्षों से जोधपुर जेल में बंद है ना अभी तक पेरोल मिला है और ना ही बेल मिल पाया है.