Happy Diwali 2024:देशभर में आज दिवाली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. दिवाली रोशनी और खुशियों का पर्व है. इस दिन घरों में अलग रौनक रहती है. हिंदू धर्म में दिवाली को लेकर अलग उत्साह रहता है.
वैसे तो दिवाली के दिन लोग जमकर बाजार में मिठाइयों व अन्य खाने के सामान की खरीदारी करते हैं. वहीं, यह पर्व पारंपरिक पकवानों के लिए भी जाना जाता है. हिमाचल प्रदेश में दिवाली के दिन घरों में अलग-अलग तरह के पकवान बनाए जाते हैं जिन्हें लोग बड़े चाव के साथ खाते हैं. छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में भी दिवाली पर पारंपरिक व्यंजनों को बनाने का रिवाज है.
बिलासपुर की एंकली और माह की दाल
दिवाली पर बिलासपुर जिले का मुख्य पकवान एंकली और उड़द की दाल (माह की दाल) है. इस दिन हर एक घर में ये पकवान बनता है. चावल के आटे को पीसकर और उसका घोल बनाकर तवे पर सफेद रंग की रोटी बनाई जाती है जिसे एंकली कहते हैं और इसे मास की दाल के साथ घी डालकर खाया जाता है. वहीं एंकली को थाली में दूध और शक्कर डालकर भी खाया जाता है.
मंडी के चिल्लड़ू और भल्ले
मंडी जिले में दिवाली पर उड़द की दाल से भल्ले बनाए जाते हैं. उड़द की दाल को पीसकर और उसमें मसाला डालकर उसे तेल में फ्राई किया जाता है या तवे पर सेंका जाता है. वहीं, माह की दाल और एंकलियां मंडी में भी बनाई जाती हैं. इसके अलावा मंडी में चिल्लड़ू बनाए जाते हैं. चिल्लड़ू भी चावल के आटे से बनते हैं लेकिन इसका आकार अलग होता है.