उदयपुर:झीलों की नगरी उदयपुर में अब एक और बड़ा आयोजन होने जा रहा है. भारतीय लोक कला मंडल का 74 वां स्थापना दिवस समारोह शनिवार से शुरू होगा. देशभर के लोक कलाकार, रंगकर्मी कला का प्रदर्शन करेंगे. समारोह की तैयारियां जोर-जोर से जारी है. पूरे लोक कला मंडल परिसर को विशेष तौर से सजाया जा रहा है. इस बार के कार्यक्रम में करीब 400 से ज्यादा कलाकार भाग लेंगे. देश के अलग-अलग राज्यों के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन एक मंच पर देंगे. इस बार 3 दिवसीय लोकानुरंजन मेला और 21वां पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह का आयोजन होगा.
लोक कला मंडल के निदेशक लाईक हुसैन ने बताया कि हर साल भारतीय लोक कला मंडल अपना स्थापना दिवस मनाता है. 22 फरवरी से लेकर करीब 10 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे. उन्होंने बताया कि इसमें पूरे भारत के करीब 400 से ज्यादा कलाकार पार्टिसिपेट करते हैं. इसके साथ ही 6 दिन का ड्रामा फेस्टिवल भी होगा. उन्होंने बताया कि 22 से 24 फरवरी तक लोकानुरंजन मेला और 25, 26 व 28 फरवरी को राष्ट्रीय नाट्य समारोह होगा. इसमें राजस्थान, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, तेलंगाना, महाराष्ट्र और गुजरात के लोक कलाकार और रंगकर्मी भाग लेंगे.
लोकनृत्य की होगी प्रस्तुति:समारोह में 25 फरवरी को एक्टिंग स्टूडियो, मुंबई द्वारा साहेब नीतीश निर्देशित नाटक 'कपास के फूल' का मंचन होगा. 26 फरवरी 'खोया हुआ आदमी' का मंचन होगा. लोक कला मंडल में इस बार यहां मिनी भारत की झलक देखने को मिलेगी. यहां आए सात राज्यों के कलाकार अपने-अपनी कलाओं का प्रदर्शन करेंगे
लोक कला मंडल के निदेशक लाईक हुसैन (ETV Bharat Udaipur) पढ़ें: लोक कला मंडल में समर कैंप : एक अलग सुकून देता थिएटर
सात राज्यों के कलाकार आएंगे: लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ हुसैन ने बताया कि संस्थान की स्थापना वर्ष 1952 में पद्मश्री देवीलाल सामर की ओर से की गई थी. स्थापना दिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष राष्ट्रीय लोकानुरंजन मेले का आयोजन किया जाता है. इस बार स्थापना दिवस समारोह के आयोजनों में 22 फरवरी से 24 फरवरी 2025 तक 'लोकानुरंजन मेला' और 25, 26 एवं 28 फरवरी को '21 वें पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह' का आयोजन किया जाएगा. दोनों ही समारोह में राजस्थान, हिमाचल, जम्मु कश्मीर, पंजाब, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात आदि 07 राज्यों के लोक कलाकार एवं रंगकर्मी भाग लेंगे.
लोकनृत्य की होगी प्रस्तुति (फोटो ईटीवी भारत उदयपुर) देश दुनिया से पहुंचे पर्यटक भी देखेंगे:समारोह कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, राजस्थान सरकार, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र-पटियाला, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर, भाषा एवं संस्कृति विभाग, तेलंगाना सरकार, पंजाब फोक आर्ट सेन्टर, गुरूदासपुर, माणिक्य लाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रकशिक्षण संस्थान, उदयपुर एवं राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर के सहयोग से किया जा रहा है. उदयपुर घूमने आने वाले पर्यटक भी खास तौर पर इस समय इस कला और संस्कृति का आनंद ले सकते हैं.
400 कलाकार दिखाएंगे प्रदर्शन (फोटो ईटीवी भारत उदयपुर) किस दिन क्या होगा:एक्टिंग स्टूडियो, मुम्बई द्वारा साहेब नीतीष द्वारा निर्देशित नाटक 'कपास के फूल' का मंचन 25 फरवरी को एवं 26 फरवरी 2025 को नाटक ‘खोया हुआ आदमी’ का मंचन किया जाएगा. समारोह के अंतिम दिन 28 फरवरी को मंच-रंगमंच संस्था, अमृतसर की ओर से केवल धालीवाल निर्देशित नाटक 'एक था मंटो' का मंचन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रम संस्था के मुक्ताकाशी रंगमंच पर प्रतिदिन सायं 7ः15 बजे से होंगे. इसमें प्रवेश निःशुल्क रहेगा.