नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने शिक्षक दिवस पर 118 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार दिया. पुरस्कार प्राप्त करने वालों में से सबसे प्रमुख चेहरा रहे फेस ऑफ शिक्षा निदेशालय प्रेम कुमार ने ETV Bharat के साथ बातचीत की. वह राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय सेक्टर-10 द्वारका में कार्यरत हैं. साथ ही एनसीसी के भी ऑफिसर हैं. उन्हें शिक्षक के रूप में कार्य करते हुए 35 साल हो चुके हैं. उन्हें वर्ष 2010 में पहली बार दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा राज्य शिक्षक पुरस्कार दिया गया था. इसके बाद अब सरकार ने एक बार फिर उन्हें फेस ऑफ शिक्षा निदेशालय के पुरस्कार लिए चुना.
प्रेम कुमार ने बताया कि मेरा स्पेशल स्कूल है. मैं पॉलिटिकल साइंस का लेक्चरर हूं. पॉलिटिकल साइंस में मेरे पांच-पांच बच्चों के कई साल से 100 में 100 नंबर आए हैं. हमारा स्कूल देश भर में पिछले 10 साल से अकादमिक स्तर पर नंबर वन बना हुआ है. मैं एनसीसी में चीफ ऑफिसर मेजर रैंक के बराबर रहा. हमारे स्कूल के जो छात्र-छात्राएं रहे हैं वे आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और भारतीय सेना व नौ सेना में कमीशंड ऑफिसर हैं. हमारे यहां का एक छात्र वायुसेना में पायलट हैं, जो अभी खड़गवासला में पोस्टेड हैं. इसके अलावा देश भर में आईईएस में दूसरी रैंक लाने वाली ईशा बराक इस समय केंद्र सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में सचिव के पद पर हैं.
स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चों के लिए मिशन: जबसे हमारा स्कूल डॉक्टर बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस बना है तबसे हमने मेहनत और ज्यादा बढ़ा दी है. हम स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चों को एक मिशन देते हैं. अभी से हमने 11वीं के बच्चों को मिशन 2026 दे दिया है कि उन्हें दो साल बाद बोर्ड की परीक्षा देनी है और अच्छे नंबर लाने हैं. इसके बाद हम उन्हें अगले तीन साल का मिशन दे देते हैं. अगले तीन साल में उन्हें आईआईटी, आईएएस या नीट का मिशन लगाकर चलते हैं और उसी के हिसाब से उनकी तैयारी कराते हैं. इस तरह से बच्चे किसी न किसी फील्ड में अपनी रुचि के अनुसार करियर बना लेते हैं. इससे स्कूल भी निरंतर शीर्ष पर बना रहता है.