पटना: बिहार में विधान परिषद के 11 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. 21 मार्च को चुनाव होने हैं. दलों के अंदर मंथन का दौर जारी है. भारतीय जनता पार्टी चार सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी. एक सीट हम पार्टी के खाते में जाना है. भारतीय जनता पार्टी के तीन नेताओं का कार्यकाल खत्म हो रहा है. मंगल पांडे, शाहनवाज हुसैन और संजय पासवान विधान परिषद चुनाव को लेकर उम्मीद लगाए बैठे हैं.
दो राहे पर खड़े शाहनवाज हुसैन और मंगल पांडेय : आपको बता दें कि संजय पासवान और मंगल पांडे बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं. मंगल पांडे जहां स्वास्थ्य मंत्री थे वहीं शाहनवाज हुसैन उद्योग मंत्री थे. शाहनवाज हुसैन को केंद्र की राजनीति से बिहार लाया गया था और शाहनवाज हुसैन के प्रयासों से बिहार में उद्योग लगे. सीएम नीतीश कुमार ने भी शाहनवाज हुसैन की तारीफ की थी.
किसे मिलेगा परिषद में मौका?: शाहनवाज हुसैन किशनगंज से सांसद रह चुके हैं और भागलपुर संसदीय क्षेत्र से भी शाहनवाज हुसैन को दो बार सांसद रहने का मौका मिला है. पिछले लंबे अरसे से शाहनवाज भागलपुर क्षेत्र के लिए काम कर रहे हैं और एमएलसी फंड भागलपुर इलाके में ही खर्च कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मंगल पांडे पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रभारी बनाए गए हैं. मंगल पांडे भी पिछले कुछ महीनों से सिवान इलाके में कैंप किए हुए हैं. लोकसभा चुनाव में भी मंगल पांडे को मैदान में उतर जा सकता है. शाहनवाज हुसैन और मंगल पांडे राजनीति के दो राहे पर खड़े हैं. दोनों नेता लोकसभा चुनाव के लिए सशक्त दावेदार हैं. तो बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री बने रहना भी उनकी चाहत है. केंद्रीय नेतृत्व को पूरे मसले पर अंतिम फैसला लेना है.
क्या करेंगे संतोष सुमन? : बिहार सरकार के आईटी मंत्री संतोष सुमन के राजनीतिक भविष्य का भी फैसला होना है. संतोष सुमन भी लोकसभा चुनाव के लिए गया से उम्मीदवार हैं, लेकिन यह बिहार सरकार में मंत्री बनाए जा चुके हैं और इनका भाजपा कोटे से विधान परिषद भेजा जाना तय माना जा रहा है. भाजपा के बड़े नेताओं ने जीतन राम मांझी से इस बात के लिए कमिटमेंट भी किया है. पार्टी नेताओं को उम्मीद भी है.