बुलंदशहर:यूपी के बुलंदशहर जिले के दौरे पर आए योगी सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रकाश शाही ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, हर साल नहीं बढ़ाया जाता गन्ना समर्थन मूल्य. पिछले साल घोषित हुआ था. मंत्री शाही ने कृषि प्रशिक्षण केंद्र के निरीक्षण के दौरान पत्रकारों के सवाल पर ये जबाव दिया है.
मंत्री शाही ने किसानों से खेतों में पराली नहीं जलाने की अपील की. साथ ही तिलहन और दलहन की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी किया. कहा कि किसान खेतों में फसलों के अवशेष को न जलाएं. इससे भूमि के मित्र कीट नष्ट हो जाते हैं. उर्वरक क्षमता प्रभावित होने से उत्पादन पर भी असर पड़ता है.
कृषि मंत्री सूर्य प्रकाश शाही (Video Credit; ETV Bharat) जनस्वास्थ्य को भी हानि पहुंचती है, इसलिए किसानों को खेतों में फसल अवशेष का उचित प्रबंध करना चाहिए. इसके लिए किसानों को सरकार 80 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यंत्र भी उपलब्ध करा रही है. मंगलवार को उन्होंने राजकीय कृषि प्रशिक्षण केंद्र के निरीक्षण के दौरान ये बातें कही.
दरअसल, यूपी के कृषि मंत्री मंगलवार को किसान नेता वीपी त्यागी के निधन पर शाेकाकुल परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने राजकीय कृषि विद्यालय के प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया. साथ ही दिए जा रहे ट्रेनिंग में पहुंचकर कई जिलों से आए किसानों से संवाद भी किया.
आकड़ों में यूपी की गन्ना खेती. (Photo Credit; ETV Bharat) उन्हाेंने सरकार की योजनाओं की जानकारी दी. विविध खेती कर आय बढ़ाने के लिए भी किसानों को प्रेरित भी किया. किसानों ने भी सरकार की योजनाओं को लेकर कृषि मंत्री से चर्चा की.
वहीं कृषि मंत्री ने पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए कहा कि, सरकार ने जिले में करीब 23 करोड़ रुपये की लागात से प्रशिक्षण केंद्र बनाया है. यहां किसानों को जागरूक कर उन्हें उन्नत किसान बनाने की सीख दी जा रही है. किसान इसका लाभ उठा रहे हैं.
उन्होंने जिले में वेलर घोटाला में जिम्मेदारों से रिकवरी नहीं होने के सवाल पर कहा कि, जिम्मेदारों पर कार्रवाई चलने की बात कही. गन्ना समर्थन मूल्य बढ़ोत्तरी के सवाल पर बोले कि, हर साल यह नहीं बढ़ाया जाता है. हापुड़ की दो चीनी मिलों पर जिले के किसानों का पिछले पेराई सत्र का गन्ना भुगतान नहीं होने के सवाल पर कहा कि, चीन मिल भुगतान कर रही है. इसके आंकड़े भी पेश किए गए हैं.
आठ साल में सिर्फ 55 रुपए गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी हुई. (Photo Credit; ETV Bharat) बता दें कि यूपी में 29.5 लाख हेक्टेयर जमीन पर गन्ने की खेती होती है. प्रदेश के करीब 45 जिलों में गन्ना बोया जाता है और किसान दोनों सीजन में इसकी फसल उगाते हैं. इन जिलों के करी 46 लाख किसान सिर्फ गन्ने की खेती करते हैं. पेराई सत्र की बात करें तो मौजूदा समय में ये शुरू हो चुका है जो मई तक चलेगा. पेराई सत्र अक्टूबर से शुरू हुआ है.
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