कानपुर: जिस तरह से आईआईटी कानपुर में कई देशों के छात्र समय-समय पर तकनीक, शिक्षा, परंपरा आदि के विषय में जानकारी लेने आते हैं. ठीक उसी तर्ज पर अब वियतनाम के छात्र शहर के छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में दाखिला ले सकेंगे. इतना ही नहीं, भारत और वियतनाम के विश्वविद्यालय के शिक्षक, शोधार्थी व छात्र एक दूसरे की तकनीक, शिक्षा, परंपरा भी सीखेंगे. जल्द ही दोनों देशों के बीच में समझौता किया जाएगा, जिसकी मदद से वियतनाम की तकनीक और भारतीय ज्ञान परंपरा के समन्वय से वैश्विक विकास होगा.
यह बातें नमस्ते वियतनाम कार्यक्रम में अध्यक्षीय भाषण देते हुए छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति और भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहीं. वह वियतनाम के होशिमिन शहर में आयोजित दो दिवसीय नमस्ते वियतनाम 2024 कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
कार्यक्रम में भारतीय विवि संघ की महासचिव प्रो. पंकज मित्तल समेत 25 विवि के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. वहीं, कुछ दिनों पहले सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो.विनय पाठक ने स्पेन की यात्रा भी की थी.
प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा भारतीय विश्वविद्यालय एवं उच्च शिक्षण संस्थान शिक्षा, शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में नित्य नए प्रतिमान गढ़ रहे हैं. वियतनाम के छात्र-छात्राएं भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों एवं विवि से उत्तम शिक्षा प्राप्त करने आ सकते हैं.
26 अगस्त तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत और वियतनाम के बीच शैक्षिक एवं सांस्कृतिक भागीदारी को बढ़ाना है. इसका आयोजन भारतीय विश्वविद्यालय संघ और वियतनाम के विश्वविद्यालयों ने मिलकर किया. सीएसजेएमयू के डीन अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रो. सुुधांशु पांड्या, डॉ. प्रभात द्विवेदी, रजिस्ट्रार डा. अनिल कुमार यादव आदि मौजूद रहे.