उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

गढ़वाल विवि में फीस बढ़ोतरी से छात्रसंघ नाराज, विश्वविद्यालय के खिलाफ कही ये बात - Increase in admission fee - INCREASE IN ADMISSION FEE

Increase in admission fee in Garhwal University गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा नए शैक्षणिक सत्र से प्रवेश फीस समेत अन्य में बढ़ोत्तरी करने पर छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय के खिलाफ धरना- प्रदर्शन किया. इसी बीच उन्होंने विश्वविद्यालय से फीम कम करने की मांग उठाई.

Garhwal University
फीस बढ़ोतरी से छात्रसंघ नाराज (video- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 3, 2024, 9:24 PM IST

गढ़वाल विवि में फीस बढ़ोतरी को लेकर धरना (video-ETV Bharat)

श्रीनगर: गढ़वाल विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक सत्र से प्रवेश फीस से लेकर परीक्षा और समर्थ पोर्टल के लिए पंजीकरण फीस में बढ़ोत्तरी की गई है. फीस में 15 से 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी से नाराज छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय के विरोध में धरना- प्रदर्शन किया. वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन इसे सामान्य फीस वृद्धि बता रहा है. शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश विवरणिका जारी कर दी गई है. प्रवेश विवरणिका के जारी होने के बाद से ही छात्र विवि प्रशासन को आड़े हाथों ले रहे हैं.

दरअसल इस बार से विश्वविद्यालय द्वारा फीस में बढ़ोत्तरी की गई है. पहले आईकार्ड के लिए प्रति छात्र 40 रुपये लिए जाते थे. उसे अब बढ़ाकर 100 रुपये कर दिया गया है. इसी प्रकार पंजीकरण शुल्क 80 की जगह 100, परीक्षा फीस 750 स्नातक और 850 स्नातकोत्तर के स्थान पर 1000 रुपये किया गया है. प्रवेश फीस से लेकर अन्य कोर्सों की फीस में भी बढ़ोतरी हुई है. प्रवजन प्रमाण पत्र पहले 150 रुपये का बनता था, लेकिन अब छात्रों को उसके लिए 250 रुपये देने होंगे.

छात्रसंघ अध्यक्ष सुधांशु थपलियाल ने कहा कि विवि द्वारा बढ़ाई गई फीस को निरस्त करने के लिए वें आंदोलित हैं. छात्र आकाश रतूड़ी ने कहा कि एकदम से फीस में इतनी अधिक वृद्वि ठीक नहीं है. विवि को यहां पढ़ने वाले गरीब छात्र-छात्रों के बारे में भी सोचना चाहिए.

क्या बोले अधिकारी:गढ़वाल विवि के छात्र अधिष्ठता कल्याण प्रो. एमएस नेगी ने कहा कि फीस निर्धारण के लिए समिति का गठन किया गया था, जिसमें समीक्षा के बाद फीस में वृद्धि की गई है. लंबे समय से फीस में किसी तरह की कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई, लेकिन अब दस सालों बाद फीस में इजाफा किया गया है. अभी भी मामूली बदलाव फीस में किया गया है. उन्होंने कहा कि केवल पहले सेमेस्टर के छात्रों पर यह फीस लागू होगी, जबकि पुराने छात्र वही फीस देंगे, जो पहले देते थे. यूजीसी द्वारा विश्वविद्यालय को संसाधनों को बढ़ाने के लिए र्निदेशित किया जाता है, जिसके चलते फीस बढ़ाई गई है.

ये भी पढ़ें-

ABOUT THE AUTHOR

...view details