नई दिल्ली:ऐतिहासिक धरोहर बन चुकी इंडियन रेल की भाप वाली इंजन को उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने एक बार फिर उस वक्त जीवंत कर दिया जब 22 ब्रिटिश मेहमानों को लेकर दिल्ली कैंट से रेवाड़ी तक विशेष विंटेज स्टीम ट्रेन चलाई गई. ट्रेन का ये मॉडल 1958 विंटेज का है, जिसे पोलैंड के फेब्रिका लोकोमोटिव ने बनाया है. तीन डिब्बों के साथ इस स्टीम लोको का नाम अशोका रखा गया है.
ट्रेन सुबह 10 बजकर 52 मिनट पर दिल्ली कैंट से रवाना होकर दोपहर एक बजकर 13 मिनट पर रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पहुंची. इस सफर से पहले विदेशी पर्यटकों के लिए इस तरह की आखिरी हेरिटेज ट्रिप 15 फरवरी 2020 को कराई गई थी. इसलिए करीब 4 साल के बाद जब 22 ब्रिटिश मेहमानों को इस विंटेज ट्रेन में सफर करने का मौका मिला तो वो काफी खुश दिखे और इसे बहुत ही अनूठा ऐहसास बताया. ऐसी हेरिटेज संपत्तियों को जीवित रखने के लिए भारतीय रेलवे के प्रयासों की सराहना की.