जैसलमेर:आजीवन गांधीवादी नेता रहे पश्चिमी राजस्थान के गांधी पूर्व विधायक स्व गोवर्धन कल्ला की आदमकद मूर्ति का शहर के मुख्य एयरफोर्स चौराहे के पशु चिकित्सालय के बाहर मंगलवार को अनावरण किया गया. पूर्व विधायक गोवर्धन कल्ला कांग्रेस विचारधारा के रहे, लेकिन आज उनके कार्य्रकम में भाजपा और कांग्रेस दोनों नेताओं की उपस्थित दिखाई दी. गोवर्धन कल्ला अमर रहे के नारे की गूंज से जैसाण गूंज उठा.
गोवर्धन कल्ला की मूर्ति का अनावरण में जुटे भाजपा-कांग्रेस नेता (ETV Bharat Jaisalmer) इस दौरान विधायक छोटू सिंह भाटी, जिला प्रमुख प्रताप सिंह सोलंकी, पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी, सभापति हरिवलभ कल्ला, बाल भारती महाराज, पूर्व केबिनेट मंत्री बी डी कल्ला, हरीश चौधरी, बाड़मेर जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर, गोविंद भार्गव, पूर्व विधायक मुल्तानाराम बारूपाल, उप जिला प्रमुख भूपेंद्र बारूपाल सहित भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
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कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बाबू जी के नाम से जैसलमेर ही नहीं अपितु राजस्थान में अपनी पहचान रखने वाले कल्ला जी ने अपना पूरा जीवन जिले के असहाय, गरीब तथा हर तबके के लोगों की भलाई में समर्पित कर दिया था. जिले की हर समस्या पर गहरी जानकारी और उसके समाधान के उपाय रखने वाले कल्ला ने जिले के लिए कई ऐसे कार्य व योजनाएं लागू करवाईं जो किसी आम नेता या व्यक्ति के लिए सम्भव नहीं था. कल्ला बेदाग छवि के संवेदनशील व मंझे हुए नेता थे. यही कारण था कि पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत जब भी जैसलमेर या पोकरण आते थे, तो बाबू जी से भेंट किये बिना नहीं जाते थे.
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गहलोत के मन में बाबू जी के प्रति जो निष्ठा व प्रेम था, वह बाबू जी की साफ छवि व स्पष्टवादिता के कारण था. इस अवसर पर जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने कहा कि कल्ला का व्यक्तित्त्व और उनकी प्रतिमा आने वाले लंबे समय तक जिलेवासियों के लिए प्रेरणापुंज का कार्य करेगा. उन्होंने कहा कि आज का समारोह इस बात का साक्षी रहेगा कि बाबू जी किसी पार्टी, जाति या वर्ग के नहीं बल्कि पूरे जिले के एक मात्र चहेते नेता थे. उन्होंने कहा कि कल्ला ने जिले के लोगों की भलाई के लिए अकाल, सूखा, बाढ़ हर परिस्थिति में आगे आकर कार्य किया, जो जीवन पर्यंत चला.