रांचीः झारखंड में मुख्य विपक्षी दल भाजपा और सत्ता पक्ष के बीच सोशल मीडिया पर जंग छिड़ी हुई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी सीधे तौर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साध रहे हैं. उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन का वीडियो जारी कर पूछा है कि परीक्षा कैलेंडर कब प्रकाशि होंगे. लंबित रिजल्ट कब निकलेंगे. जवाब में झामुमो ने भी एक वीडियो जारी कर बाबूलाल मरांडी से सवाल पूछा है.
मुख्यमंत्री से बाबूलाल मरांडी के सवाल
दरअसल, कैबिनेट की पहली बैठक के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि 'राज्य में सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए जेपीएससी, जेएसएससी समेत अन्य प्राधिकार 1 जनवरी 2025 से पहले परीक्षा कैलेंडर प्रकाशित करेंगे'. साथ ही लंबित रिजल्ट भी प्रकाशित किए जाएंगे. इसपर बाबूलाल मरांडी ने पूछा है कि साल का अंतिम दिन भी बीतने को हो लेकिन अबतक परीक्षा परिणाम या कैलेंडर जारी करने की कोई पहल नहीं की गई है.
उन्होंने सीएम को टैग करते हुए लिखा है कि झूठ बोलने की भी कोई सीमा होती है. उन्होंने हेमंत सोरेन को सुझाव दिया है कि वे सीएम पद की गरिमा का सम्मान करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं का पारदर्शी क्रियान्वयन शुरू करें. बाबूलाल मरांडी के इस पोस्ट पर तरह तरह के कमेंट आ रहे हैं. कोई कैलेंडर की तस्वीर तो कोई 31 दिसंबर लिखकर डेडलाइन की याद दिला रहा है. रितेश नामक एक शख्स ने लिखा है कि 'अभी मुख्यमंत्री साहब का संपूर्ण ध्यान मंईयां सम्मान योजना पर है'.
मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना पर भी सवाल
बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना को भी फेल करार देते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की है. उनका कहना है कि 2024-25 में गिरिडीह 416 लोगों ने रोजगार के लिए आवेदन किया लेकिन किसी का ऋण स्वीकृत नहीं हुआ. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग कर बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि कागजी घोषणाओं से जनता का पेट नहीं भरता. सरकार को रोजगार के अवसर सृजित करने पर ध्यान देना चाहिए.