मुजफ्फरनगर :ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी सोमवार को मुजफ्फरनगर के ककरौली पहुंचे. जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आजम और अब्दुल्ला जेल जाते हैं, लेकिन 'भैया' नहीं. उपचुनाव में सपा हार मान चुकी है और अब आरएलडी को हराएं. वक्फ पर कानून बना तो डीएम संपत्तियों का फैसला करेंगे.
ओवैसी ने AIMIM प्रत्याशी अरशद राना के समर्थन में आयोजित जनसभा में कहा कि लोकतंत्र में जनता ताकत देती है और आरएलडी के पास दो सांसद हैं. इसी वजह से भाजपा को मीरापुर सीट उनके लिए छोड़नी पड़ी है. आबादी के लिहाज से मुस्लिम सांसदों की संख्या कम है. वक्फ बिल का प्रस्ताव पेश किया गया है और अगर हमारे तीन सांसद होते तो यह कभी नहीं होता. अगर यह बिल कानून बनेगा तो कलेक्टर फैसला करेगा कि मस्जिद, मदरसा, कब्रिस्तान वक्फ है या नहीं. कानून बना तो अल्लाह नहीं, संपत्ति के मालिक मोदी और उनके नायब डीएम होंगे. गैर मुस्लिमों को बोर्ड की सदस्यता देंगे और वक्फ की जायदादों को खत्म कर दिया जाएगा, इसलिए रालोद को हराना जरूरी है, क्योंकि जयंत चौधरी भी बिल के विरोध में नहीं बोले हैं. यह कानून नहीं, काला कानून है. अखिलेश यादव बिल पर बोलने के लिए खड़े हुए, लेकिन कोई दूसरी दास्तान सुनाकर बैठ गए. उनके पास सिर्फ अपने परिवार के लिए आरक्षण है.
ओवैसी ने कहा कि झांसी के मेडिकल कॉलेज में बच्चों की जिंदगी बचाने वाले याकूब मंसूरी को सामने खड़ा कर मुख्यमंत्री यह नारा नहीं दोहरा सकते हैं. हम कहते हैं कि अनेक हैं तो अखंड हैं. बीजेपी की तरफ से एक समुदाय के खिलाफ जहर फैलाया जा रहा है.