जयपुर : प्रदेश की 7 सीटों पर हो रहे उपचुनाव की सरगर्मियों के बीच पूर्ववर्ती सरकार में भ्रष्टाचार के आरोप के मामले की जांच ने सियासी पारे को और गरमा दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दो सबसे करीबी नेताओं पर इन दिनों शिकंजा कसता जा रहा है. कांग्रेस के ये दोनों दिग्गज नेता लोकसभा सांसद और कई बार विधायक रह चुके हैं. इनमें एक नाम शांति धारीवाल तो दूसरा नाम है डॉ. महेश जोशी का है. जोशी जल जीवन मिशन घोटाले में तो धारीवाल एकल पट्टा प्रकरण में फंसते जा रहे हैं.
उपचुनाव के सियासी माहौल में हुए इस एक्शन ने राजनीति का पारा नवंबर माह में भी गरमा दिया है. कांग्रेस आरोप लगा रही है कि ये सब राजनीतिक द्वेष से किया जा रहा है. कांग्रेस के आरोपों और प्रदेश की 7 सीटों के उपचुनाव में भाजपा की रणनीति को लेकर Etv भारत ने प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल से खास बातचीत की. अग्रवाल ने कहा सभी सातों सीटें जीतने के दावे के साथ कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि जब भ्रष्टाचार किया, पैसा कमाया तब चिंता नहीं की कि आज नहीं तो कल जनता हिसाब लेगी. अभी तो दो आए हैं. ईब्तिदा-ए-इश्क़ है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए होता है क्या.
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7 सीटों पर कांग्रेस कहीं नहीं है :प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि सातों सीटों में कोई लड़ाई नहीं देखता. सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी एक तरफ अच्छे बहुमत के साथ जीत रही है. इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि हम सातों सीट जीतने जा रहे हैं. हमारा एक-एक कार्यकर्ता पूरी मेहनत और शिद्दत से चुनावी प्रचार में लगा हुआ है. पार्टी में भितरघात की आशंका पर अग्रवाल ने कहा कि टिकट मांगना सबका हक होता है. सबने टिकट मांगा है, लेकिन टिकट एक को मिलता है. कई बार टिकट कटने से मन दुखी होता है. इसे विरोध नहीं कह सकते. अब पार्टी एकजुट है, भारतीय जनता पार्टी के अनुशासन का प्रतीक है कि टिकट मांगने वालों को जब टिकट नहीं मिला है तो सबने अपना नाम वापस लिया है और पूरी मेहनत के पार्टी के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं. कहीं कोई भी भीतरघात नहीं है. मुख्यमंत्री अध्यक्ष सब एकसाथ उपचुनाव में लगे हुए हैं. चुनाव परिणाम आने दीजिए सभी सातों सीटों पर कमल का फूल खिलेगा. इस बार उपचुनाव में कांग्रेस कहीं पर भी नहीं है.
कुछ तो कहेंगे ना बेचारे :मौजूदा सरकार पर कांग्रेस नेताओं की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर राधा मोहन दास ने कहा कि कुछ तो कहेंगे न बेचारे. उनके पास झूठ के सिवाय बचा ही क्या है ? कांग्रेस ने इतने ही काम किए होते तो 2023 में हटाए क्यों गए होते ? 5 साल तो उनका शासन था न, 5 साल लोगों ने उनका शासन देखा है. शासन नहीं लूट मची हुई थी. उनका हर मंत्री करप्शन में लिपटा हुआ था. उनके अधिकांश कार्यकर्ता सत्ता को लूटने के लिए काम कर रहे थे. जनता उनसे त्रस्त हो चुकी थी तभी तो भाजपा को लेकर आई थी. अभी तो हमारी सरकार को पूरा 1 साल नहीं हुआ और हमने ढेर सारे काम कर डाले हैं, अपने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में. जनता अब नहीं सुनने वाली है कांग्रेस को. अब इनका भ्रम चलने वाला नहीं है. जो गुमराह करना था कर चुके, जनता ने उन्हें पूरी तरीके से मुंह तोड़ जवाब दिया है. 7 सीटों पर कहीं पर भी कांग्रेस खड़ी नहीं है बीजेपी सभी सीटों पर जीत रही है.
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आगे-आगे देखिए होता है क्या :पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दो-दो मंत्रियों पर जांच शुरू होने को लेकर राजनीतिक द्वेष के आरोप लगाए जा रहे हैं. इन आरोपों पर प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि अब हमने तो उनसे नहीं कहा था कि भ्रष्टाचार करें. भ्रष्टाचार वह करते हैं और पकड़े जाते हैं तो राजनीतिक द्वेष का आरोप लगाते हैं. ईमानदार रहे होते और ईमानदारी से जनता की सेवा किए होते तो उनका कोई कुछ बिगाड़ सकता था ? कांग्रेस नेताओं ने पैसा कमाते समय नहीं सोचा था कि इतना बेदर्दी कमा रहे हैं तो आज नहीं कल परसों जनता हिसाब ले लेगी. अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं से सरकार थोड़ी हिसाब ले रही है, उनके कर्म हैं, जिनका हिसाब हो रहा है. जनता का सहयोग उनके खिलाफ नहीं होता तो कोई सरकार कार्रवाई कर पाती? जैसा जनमत चाहता है, सत्ता में बैठे लोगों को उसी हिसाब से चलना होता है. जनमत कांग्रेस के नेताओं के बहुत खिलाफ हैं और अभी तो सिर्फ दो कह रहे हैं न. इब्तिदा-ए-इश्क़ है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए होता है क्या.
राजे जल्द सड़क पर आएंगी :वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चुनाव से दूरी को लेकर सियासी गलियारों में हो रही चर्चा पर राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि वसुंधरा राजे पूरी तरीके से चुनाव में लगी हुईं हैं. लगातार बैठकें ले रहीं हैं, नेताओं और कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं. जहां जहां भी आवश्यक है वो काम कर रहीं हैं. समय आने पर वह सड़क पर भी आएंगी. बता दें कि प्रदेश की 7 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में स्टार प्रचारक को सूची में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी नाम है, लेकिन वह अभी तक किसी भी सीट पर प्रचार करने के लिए या किसी प्रत्याशी की नामांकन सभा में शामिल नहीं हुईं हैं.