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मेरठ में राकेश टिकैत बोले- देश में पूंजीपतियों का कब्जा, सरकार बनवा रही नये किसान संगठन - MEERUT NEWS

मेरठ में भाकियू कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 7, 2025, 8:20 PM IST

मेरठ :जिले में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे. वो संयुक्त जिला मुख्यालय पर भाकियू के धरना प्रदर्शन में शामिल हुए. यहां उन्होंने सताधारी दल भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर नए-नए किसान संगठन खड़े किये जा रहे हैं, जिससे कि किसान बंट जाएं. उन्होंने कहा कि अगर किसान बंटेंगे तो लुटेंगे. उन्होंने कहा कि वह भी कुंभ में जाएंगे. इस मौके पर उन्होंने आरोप लगाया कि देश में पूंजीपति सरकार चला रहे हैं, कोई पॉलिटिकल पार्टी नहीं.

मेरठ में भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से बातचीत (Video credit: ETV Bharat)

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को देशव्यापी प्रदर्शन का निर्णय लिया गया था. मेरठ में भाकियू कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव कर भट्टी चढ़ाकर भोजन बनाया. इस बीच भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी धरना दे रहे कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे. घंटों कलक्ट्रेट परिसर में गहमा-गहमी का माहौल बना रहा. जिले के कई अफसर कार्यकताओं के बीच पहुंचे, लेकिन किसान उठने को तैयार नहीं हुए. दोपहर बाद राकेश टिकैत भी वहां पहुंच गये. इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं से डीएम ऑफिस के बाहर सैकड़ों की संख्या में किसान इकट्ठा थे.



भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज का विषय है कि देश में एमएसपी कानून लागू हो. स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट अमल में लाई जाए, बिजली को प्राइवेट कर रहे हैं, इस पर रोक लगे, गन्ने के भाव में वृद्धि होनी चाहिए, किसानों के खसरे खतौनियों में बड़ी विसंगतियां हैं, उसमें काफी गड़बड़ियां हैं, जिससे भाई-भाई आपस में दुश्मन बन रहे हैं. राकेश टिकट ने आरोप लगाया कि इस तरह के काम कराए जा रहे हैं ताकि आपस में किसान भाई झगड़ा करें.

उन्होंने कहा कि आज जो ज्ञापन दिया गया है, उसमें कुछ स्थानीय मुद्दे हैं साथ ही प्रदेश स्तरीय मुद्दे भी हैं. साथ ही राष्ट्रीय स्तर के भी कुछ उठाए गए हैं, जिनको जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने के उद्देश्य से देश भर में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज धरना प्रदर्शन हो रहा है. किसानों के मुद्दे वही हैं जो मांगी उठाई जा रही हैं उनका हल नहीं निकल रहा? इस सवाल के जवाब में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि सरकार क्योंकि पूंजीपतियों की है, अगर देश में सरकार किसी राजनीतिक पार्टी की होती तो जरूर हल निकलता.

उन्होंने कहा कि अभी तो हमें ही यह बताने में समय लग रहा है कि देश में सरकार पर पूंजीपतियों ने कब्जा कर लिया है. यूपी के संभल से जुड़े घटनाक्रम पर राकेश टिकट ने कहा कि जो चीज जिसकी है वह उसको दे दो, मंदिर और मस्जिद तो तमाम गांवों में हैं. सरकार को राइट टू एजुकेशन पर काम करना चाहिए. हर किसी को पढ़ाई मुफ्त मिले, उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि सरकार एक कानून बना दे, जिसमें सभी को एजुकेट कर दे, बाकी काम जनता पर छोड़ दे. राइट टू एजुकेशन पर सरकार काम नहीं कर पा रही.


उन्होंने कहा कि काम तो जनसंख्या पर भी होना चाहिए. आने वाले 50 वर्षों के बाद देश में क्या स्थिति होगी? जनसंख्या विस्फोट होगा. जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनना चाहिए. बीते दिनों ग्रेटर नोएडा में हुए भाकियू के प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि आज वहां एक अहम बैठक है और उम्मीद है कि कुछ सकारात्मक परिणाम आ सकता है. अगर वहां किसानों की मांगों पर गौर नहीं किया गया तो भाकियू आगे भी किसानों के साथ खड़ी होगी. प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुम्भ को लेकर उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी महाकुम्भ में जाएंगे. वहां 14 से 18 जनवरी तक रहेंगे. उन्होंने कहा कि इस बड़े आयोजन में भाकियू कार्यकर्ता आते जाते रहेंगे. यूपी के मिल्कीपुर में होने वाले उपचुनाव को लेकर कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, वह इस पर अभी कुछ नहीं बोलेंगे.

भाकियू प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सरकार अपना तो नारा लगा रही है कि एक हो जाओ 'बंटोगे तो कटोगे' और किसानों को बांट रही है. उन्होंने कहा कि वह किसानों से यही कहना चाहते हैं कि 'बंटोगे लुटोगे'. भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि आने वाले समय में पॉलिटिकल पार्टीज को बहुत नुकसान होने वाला है, उनको डराकर धमकाकर अपनी पार्टी में सत्ताधारी पार्टी के द्वारा शामिल किया जाएगा.

उन्होंने सत्ताधारी दल पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का खास तौर से चार बिरादरी को लेकर काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को लगता है कि जाटों को अपने साथ कर लो और जाटों से मुकाबला नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि खाप पंचायतों को तोड़ने और यादवों को दो फाड़ करने की नीति पर काम किया जा रहा है.



बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में ट्रैक्टर, गाड़ी, पिकअप के साथ हजारों किसान हाथों में गन्ना और संगठन के झंडे लेकर कलक्ट्रेट में पहुंचे थे. राकेश टिकैत ने खुद भी जमीन पर दरी पर बैठकर कलक्ट्रेट में ही भोजन किया था.

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