कानपुर :न ही सुन पाते हैं न ही बोल पाते हैं फिर इनके हौसले इतने बुलंद हैं और फुटबॉल इशारों पर नाचती है. जी हां आज हम आपको ऐसे ही एक युवा फुटबॉल खिलाड़ी कानपुर के रहने वाले कृष्ण अग्रवाल के बारे में बताने जा रहे हैं. जिनके टैलेंट का बोलबाला कानपुर में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में है और अब वह स्पेशल एबिलिटी भारतीय फुटबॉल टीम की ओर से आपको खेलते हुए नजर आएंगे.
अक्सर आपने देखा होगा कि लोगों में किसी न किसी तरह के शारीरिक कमी के चलते वह खुद को असहाय समझने लगते हैं और अंदर से बुरी तरह टूट जाते है. हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं कि जो अपने बुलन्द हौसलों की वजह से लोगों के बीच अपनी अलग पहचान बनाते हैं. कानपुर कैंट क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले कृष्ण अग्रवाल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. कृष्ण बचपन से ही न तो बोल सकते हैं और न ही सुन सकते हैं, लेकिन उनके अंदर जो फुटबॉल का टैलेंट है उसका बोलबाला स्टेट प्रतियोगिताओं से लेकर नेशनल टूर्नामेंट तक देखने को मिला है. अब कृष्ण देश का प्रतिनिधित्व करने स्वीडन जा रहे हैं. कृष्ण वहां होने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश की ओर से खेलते हुए नजर आएंगे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कृष्ण के कोच सत्येंद्र ने बताया कि कृष्ण के अंदर एक अलग तरह का टैलेंट है. उनके अंदर कुछ सीखने के साथ-साथ कुछ करने का भी जज्बा है. इसको देखते हुए कृष्ण को फुटबॉल सिखाने के लिए खुद भी स्पेशल लैंग्वेज सीखी और बकायदा ट्रेनिंग भी की. जिससे वह कृष्ण को अच्छे से गाइड कर उसे फुटबॉल की बारीकियां को समझाकर खेलने के लिए तैयार कर सकें.