नूंह:हरियाणा के पहले आदर्श गांव फिरोजपुर नमक में मंगलवार को नशा मुक्त अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. साथ ही गांव में पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया गया.
इस बीच पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नूंह जिले में नशा मुक्त मेवात के साथ-साथ अपराध मुक्त मेवात बनाने में पुलिस विभाग का सहयोग करें. गांव-गांव में कमेटियों का गठन करें और जो लोग नशा तस्करी में या नशा करने में शामिल हैं, ऐसे लोगों के साथ-साथ अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों की भी सूचना पुलिस प्रशासन को दें. पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों से सख्ती से निपटेगा.
नशा मुक्त अभियान कार्यक्रम (Etv Bharat) अपराधियों को दी चेतावनी : उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि या तो ऐसे लोग गलत काम छोड़ दें, वरना पुलिस ऐसे लोगों से सख्ती से पेश आएगी. आजकल नूंह पुलिस के द्वारा जिले भर में नशा मुक्त अभियान कार्यक्रम शुरू किया हुआ है. फिरोजपुर नमक गांव में मंगलवार को छठा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसके बाद आगामी 6 फरवरी को धुलावट गांव में नशा मुक्त अभियान कार्यक्रम किया जाएगा.
पुस्तकालय खोलना एक बेहतर कदम : पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह ने ये भी कहा कि पुस्तकालय का उद्घाटन एक ऐतिहासिक कदम है. लिहाजा अधिक से अधिक युवाओं को पुस्तकालय में आकर शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए, ताकि शिक्षा में बेहतर नतीजे सामने आ सकें. इसके अलावा उन्होंने कहा कि जिले में सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा और राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में नशा मुक्त केंद्र खोले जा चुके हैं, जिनमें तकरीबन 30 बेड की व्यवस्था की गई है. अगर कोई अभिभावक अपने बच्चों का नशा छुड़वाना चाहता है तो नशा मुक्ति केंद्र में उन्हें भेजा जा सकता है.
अभियान के बाद नशे में कमी देखी गई : पुलिस अधीक्षक ने आगे कहा कि जब से 'नशा मुक्त अभियान' की शुरुआत हुई है, तब से न केवल 50 फीसदी नशे के मामलों में कमी आई है, बल्कि यहां के जो युवा साइबर क्राइम में संलिप्त थे, उनमें भी कमी देखने को मिल रही है. अब जो अमूमन प्रतिदिन 10-12 साइबर फ्रॉड के लिए कॉल होती थी, वो घटकर दो से तीन तक पहुंच चुकी हैं.
गांव के लिए 31 सदस्यीय कमेटी का गठन : पुलिस अधीक्षक नूंह ने कहा कि फिरोजपुर नमक ऐतिहासिक गांव है और बहुत पहले इस गांव को सरकार ने आदर्श गांव घोषित किया था. इससे पहले भी इस गांव के लोगों ने सामाजिक बुराइयों पर रोकथाम के लिए पंचायत की है. लिहाजा अभिभावकों और बुजुर्गों को भी इस पर सख्त एक्शन लेने की जरूरत है. फिरोजपुर नमक गांव में बुराइयों को रोकने के लिए 31 सदस्यीय कमेटी का गठन कर लिया गया है और हर मस्जिद क्षेत्र में अलग से कमेटी बनाई गई है, जो रात को पहरेदारी करेगी. अब गांव के युवा लठ लेकर पूरी रात गांव का पहरा देंगे और रात्रि के समय जो भी बाहरी, शरारती तत्व गांव में प्रवेश करेगा उस पर पूरी नजर रखी जाएगी.
एसपी बोले- फिरोजपुर नमक का नमक खाया है : ग्रामीणों ने बताया कि पहले तो ग्रामीण उससे अपने तरीके से गलत काम छोड़ने की अपील करेंगे और उसके बाद जरूरत पड़ी तो पुलिस विभाग के हवाले भी किया जाएगा. गांव के सरपंच इमरान, समाजसेवी तैयब हुसैन घासेडिया और समाजसेवी आसिफ अली चंदेनी जैसे लोगों ने कहा कि नशा मुक्त अभियान का असर धरातल पर दिखने लगा है. अब सामाजिक बुराइयों को रोकने के लिए समाज आगे आ रहा है. इसमें पुलिस कप्तान विजय प्रताप सिंह नूंह की अहम भूमिका है. उन्होंने ये भरोसा दिलाया कि फिरोजपुर नमक गांव का उन्होंने नमक खाया है, इस पगड़ी और नमक की हमेशा लाज रखी जाएगी.
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