बरेली:एसपी ट्रैफिक कल्पना सक्सेना पर जानलेवा हमला करने वाले चारों ट्रैफिक सिपाहियों को अपर जिला जज ने दस दस साल की सजा सुनाई है. साथ ही 50-50 हजार का जुर्माना लगाया है. एसपी ट्रैफिक को 15 साल बाद कोर्ट से इन्साफ मिला है.
अभियोजन के अनुसार 02 नवंबर 2010 को एसपी ट्रैफिक बरेली अपनी सरकारी वाहन से चौकी चौराहा कोतवाली क्षेत्र बरेली पर ट्रैफिक व्यवस्था ड्यूटी पर थी. उसी दौरान उसे गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि थाना कैन्ट क्षेत्र में फरीदपुर बरेली रोड मजार के पास हाइवे पर ट्रैफिक पुलिस के कुछ सिपाही ट्रकों को रोककर अवैध वसूली कर रहे हैं.
एसपी ट्रैफिक कल्पना सक्सेना ने अपनी गाड़ी मजार के कुछ पहले ट्रकों की आड़ में खड़ी कर दी. इसके बाद वह अपने सिपाही गार्ड व ड्राइवर को लेकर खड़े हुए ट्रकों की आड़ से होते हुए ट्रक के पीछे पहुंचे. सड़क के दूसरी ओर मजार के पास सफेद रंग की कार खड़ी थी. कार मे ट्रैफिक पुलिस कॉस्टेबल मनोज वर्दी में बैठा हुआ था. एक व्यक्ति से जो चालक सीट की खिड़की के बाहर खड़ा था, उससे वह रुपया ले रहा था. चालक के बगल की सीट पर एक अज्ञात व्यक्ति सादे कपड़ों में बैठा था. पिछली सीट पर 2 अन्य सिपाही सफेद वर्दी में बैठे थे, जबकि कार से 2-3 कदम की दूरी पर 2-3 अन्य अज्ञात व्यक्ति खड़े थे. जो आपस में हाथ में रूपये लिए बात कर रहे थे. यह देखकर एसपी को यकीन हो गया कि ट्रैफिक पुलिस के उपरोक्त लोग ट्रक चालकों से अवैध वसूली कर रहे हैं.
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ट्रैफिक एसपी ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को रंगे हाथों अवैध वसूली करते हुए पकड़ने के लिए सड़क पार कर कार के सामने ला लिया. उसने देखा कि पिछली सीट पर सिपाही रविन्द्र व सिपाही रविन्द्र सिंह बैठे हैं. जैसे ही कार में बैठे लोगों की नजर अपनी एसपी ट्रैफिक पर पड़ी, तो उनमें से एक ने चिल्लाते हुए कहा कि एसपी ट्रैफिक आ गयी है, हम पकड़े जाएंगे. इसे मार कर भागो. इस दौरान वहां खड़े ट्रक ड्राइवरों में भगदड़ मच गयी.