पाकुड़: कुमार कालीदास मेमोरियल कॉलेज के आदिवासी कल्याण छात्रावास के छात्रों के साथ हुई हिंसक झड़प को लेकर एसपी ने तत्काल प्रभाव से नगर थाना प्रभारी अनूप रौशन भेंगरा एवं पुलिस अवर निरीक्षक नागेंद्र कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है. उक्त जानकारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दयानंद आजाद ने दी. अधिकारियों की टीम द्वारा जांच रिपोर्ट समर्पित करने के बाद एसपी ने कार्रवाई की.
बीते 26 जुलाई की देर रात नगर थाने की पुलिस एक शख्स के अपहरण मामले में जांच करने कुमार कालीदास मेमोरियल कॉलेज के आदिवासी कल्याण छात्रावास पहुंची थी. इसी क्रम में पुलिस और छात्रों के साथ हिंसक झड़प हो गयी थी. हिंसक झड़प में दर्जन भर छात्र एवं आधा दर्जन पुलिसकर्मी व अधिकारी घायल हो गए थे.
घटना के बाद छात्र संगठनो ने पुलिस के खिलाफ आंदोलन किया था और दोषी पुलिसकर्मियों एवं अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी. डीसी और एसपी ने घटना की जांच के लिए अनुमंडल पदाधिकारी प्रवीण केरकेट्टा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दयानंद आजाद एवं कल्याण पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम बनाकर जांच का आदेश दिया था. अधिकारियों की टीम ने पुलिस केंद्र, नगर थाना एवं छात्रावास में पहुंच कर जांच भी की.
इधर झामुमो के पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम भी छात्रों से मिलने पहुंचे और डीजीपी से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी ने इसे एक मुद्दा बनाया. सीएम का पुतला फूंका और शासन प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरे. इतना ही नहीं मामले में मीडिया रिपोर्ट के आधार पर राष्ट्रीय एससीएसटी आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, पाकुड़ डीसी एसपी को नोटिस भी जारी कर जवाब मांगा है.
बता दें कि छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई के प्रति लोगों में काफी आक्रोश था. इसी आक्रोश की वजह से प्रशासन की तरफ से शीघ्र जांच की गई. जांच टीम में शामिल अनुमंडल पदाधिकारी प्रवीण केरकेट्टा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दयानंद आजाद एवं जिला कल्याण पदाधिकारी लक्ष्मण हरिजन ने वैसे छात्र जो सदर अस्पताल में इलाज करा रहे है, उनके अलावे घायल पुलिस पदाधिकारी और जवान एवं छात्रावास के छात्रों से भी आवश्यक पूछताछ की.
चल रही जांच के दौरान छात्रों, पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों द्वारा दिये गये बयानों की वीडियो रिकॉडिंग भी करायी जा रही है ताकि जांच पर किसी तरह का सवालिया निशान कोई नहीं लगा सके. इस मामले में अनुमंडल पदाधिकारी प्रवीण केरकेट्टा ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश पर एक जांच टीम बनायी गयी है और जांच टीम में शामिल अधिकारियों द्वारा दोनों पक्षों का बयान दर्ज कर जांच रिपोर्ट बनाई जाएगी और उपायुक्त को सौंपी जायेगी.
पुलिसिया कार्रवाई के बाद छात्र संगठन द्वारा पुलिस पदाधिकारियों एवं जवानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन किया गया. आंदोलन के बाद डीसी एसपी ने एक जांच टीम का गठन किया, जो जांच करने सदर अस्पताल, नगर थाना, पुलिस केंद्र एवं आदिवासी कल्याण छात्रावास पहुंची जहां सभी से पूछताछ की एवं बयान दर्ज किया.