रांची: राजधानी रांची में महिला सुरक्षा को लेकर सेफ्टी कैलेंडर तैयार किया गया है. इस कैलेंडर में जिले के तमाम शिक्षण संस्थानों को शामिल किया गया है और उनकी निगरानी का जिम्मा शक्ति कमांडोज को दिया गया है. कैलेंडर वायज शक्ति कमांडोज शिक्षण संस्थानों के प्रिंसिपल से मुलाकात कर छात्राओं की समस्या से जुड़ी अंदरूनी जानकारियां हासिल करेंगी, ताकि उनकी मदद की जा सके.
एसएसपी रांची ने की पहल
राजधानी के शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाली छात्राओं या फिर उन्हें पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं के साथ शिक्षण संस्थान में या फिर आने-जाने के दौरान क्या किसी व्यक्ति से परेशानी है! क्या कोई उनका पीछा करता है! या फिर कोई उन्हें शिक्षण संस्थान में तंग करता है, यह सब जानने की जिम्मेवारी अब शक्ति कमांडोज को दी गई है. रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने महिला सुरक्षा को लेकर इस पहल की शुरुआत की है, इसके लिए कैलेंडर जारी किया गया है. बता दें कि शक्ति कमांडो की एक टीम में दो महिला पुलिसकर्मी शामिल रहती हैं.
शक्ति कमांडो शहर में स्कूल कॉलेज के बाहर भ्रमणशील रहती हैं. अब उन्हें एक नया टास्क दिया गया है. रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि महिला सुरक्षा के लिए एक कैलेंडर बनाया गया है. कैलेंडर के हिसाब से शक्ति कमांडो हर दिन 2 से 3 शिक्षण संस्थान जाएंगे, वहां उनके प्रिंसिपल से मुलाकात करेंगी, साथ ही छात्राओं से बात कर उनकी परेशानी जानने का प्रयास करेंगी कि कहीं उनके साथ कोई ईव टीजिंग तो नहीं कर रहा है. स्कूल की प्रिंसिपल और छात्राओं से बातचीत कर जो भी बातें सामने आएंगी उसे शक्ति कमांडो कैलेंडर में शामिल करेगी.
हर दिन चेक चेक होगा कैलेंडर
शक्ति कमांडो के द्वारा तैयार किए गए कैलेंडर की निगरानी की जिम्मेवारी डीएसपी स्तर के अफसर की होगी. शक्ति कमांडो स्कूल कॉलेज से जो जानकारियां हासिल कर अपने कैलेंडर में शामिल करेंगी, उनमें अगर कोई सीरियस मामला हुआ तो उसे तुरंत सीनियर अधिकारियों के सामने लाया जाएगा और उस समस्या को दूर करने के लिए त्वरित प्रयास शुरू कर दिया जाएगा.
सुबह पांच से शाम सात बजे तक विशेष नजर रखने की हिदायत
वहीं डीजीपी झारखंड के निर्देश पर झारखंड के हर जिले में शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक विशेष तौर से पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अलर्ट किया गया है. ताकि महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें. इसे लेकर पुलिस मुख्यालय के द्वारा एसओपी भी जारी किया गया है. डीजीपी ने स्कूल कॉलेज के साथ-साथ मेडिकल इंटीट्यूट और अस्पताल में पुलिस थानों के नंबर विशेष तौर से जगह-जगह डिस्प्ले करने के निर्देश दिए हैं.