गांव में जाने का नहीं था रास्ता, सीधी के ग्रामीणों ने जुगाड़ से बना डाला देसी पुल - Sidhi Villagers Built Wooden Bridge
सीधी जिले के एक गांव में ग्रामीणों ने मिलकर लकड़ी का पुल बना दिया. आवागमन में हो रही परेशानियों को देखते हुए ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से की थी, लेकिन किसी ने इनकी सुध नहीं ली. आखिरकार निराश ग्रामीणों को समस्या का समाधान खुद ही निकालना पड़ा.
ग्रामीणों ने जुगाड़ से लकड़ी का बनाया पुल (ETV Bharat)
सीधी: प्रशासन की लगातार अनदेखी के शिकार गांव के लोगों ने अपनी समस्या का खुद समाधान कर लिया. नहर पर पुल नहीं होने से परेशान ग्रामीणों ने जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार इससे अवगत कराया, लेकिन उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. अब ग्रामीणों ने खुद मिलकर पुल बना दिया है. बांस-बल्ली से बने इस पुल से ग्रामीण आवागमन कर रहे हैं.
ग्रामीणों ने बांस-बल्लियों की मदद से बनाया पुल (ETV Bharat)
गांव वालों ने बांस बल्ली के सहारे बनाया पुल
जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर रामपुर जनपद पंचायत के डिठौरा गांव में एक पुल की काफी दिनों से दरकार थी. ग्रामीण तहसीलदार से लेकर एसडीएम और जनपद पंचायत सीईओ को पत्र लिखकर पुल बनाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया. आखिरकार सरकारी तंत्र से थक-हारकर करीब 35 घरों वाले इस गांव के ग्रामीणों ने खुद से पुल बनाने का फैसला किया. गांव वालों ने मिलकर बांस-बल्ली के सहारे एक पुल तैयार कर दिया. अब सभी गांव वालों का आवागमन आसान हो गया है.
ग्रामीणों ने जुगाड़ से पुल तो बना लिया है लेकिन यह खतरे से खाली नहीं है. समाजसेवी पीयूष पांडेय ने बताया कि, 'ग्रामीणों को इस पुल की बहुत जरूरत थी. कई बार शिकायत करने के बाद जब पुल नहीं बना तो सभी गांव वालों ने इकट्ठा होकर लकड़ी का पुल बना दिया. अब लोग इसी रास्ते से होकर निकलते हैं. बच्चे इसी से स्कूल जाते हैं.' रामपुर तहसीलदार नितिन कुमार झोड़ से इस मामले को लेकर जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, 'ग्रामीणों ने कुछ दिनों पहले ही इसकी शिकायत की थी. हमने नायब तहसीलदार को मामले की जांच करने का निर्देश दे दिया था. जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.'