देहरादून:राजधानी सहित पूरे उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है कि एक बार फिर से एक ही परिवार में दूसरा द्रोणाचार्य अवार्ड आ रहा है. दरअसल अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज जसपाल राणा के बाद अब उनके भाई सुभाष राणा को द्रोणाचार्य पुरस्कार मिलेगा. सुभाष राणा ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में शामिल हुई निशानेबाजी टीम को प्रशिक्षण दिया था और 5 मेडल भी जीते थे.
देहरादून आकर शूटर मनु भाकर ने ली थी ट्रेनिंग:देहरादून में निशानेबाजी का किस तरह इंफ्रास्ट्रक्चर है. इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ओलंपिक में पदक जीतने वाली शूटर मनु भाकर को भी देहरादून में आकर ट्रेनिंग लेनी पड़ी थी. पेरिस ओलंपिक में जाने से पहले उन्होंने पूर्व खिलाड़ी और कोच जसपाल राणा के साथ देहरादून में ही लंबा समय बिताया था. जसपाल राणा उनके साथ पेरिस ओलंपिक में भी साथ रहे थे. अब उनके भाई सुभाष राणा के नाम भी द्रोणाचार्य पुरस्कार का कीर्तिमान जुड़ जाएगा.
मुख्यमंत्री धामी ने सुभाष राणा को दी बधाई:बता दें कि जसपाल राणा और उनके भाई देहरादून के पौंधा में एक अकादमी चलाते हैं, जिसमें देश-दुनिया के कई खिलाड़ी ट्रेनिंग लेते हैं. केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा जारी की गई लिस्ट में सुभाष राणा का नाम आने पर परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों में खुशी की लहर दौड़ गई. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चयनित होने पर सुभाष राणा को बधाई दी है.
सुभाष राणा ने उत्तराखंड का बढ़ाया मान-सीएम धामी: सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड का मान बढ़ाया है. खेल क्षेत्र में उत्तराखंड दिन-प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है. अब राष्ट्रीय खेलों का आयोजन खेल विकास में एक नई इबारत लिखेगा. उन्होंने कहा कि खेलों में उत्तराखंड और देश का नाम आगे बढ़ाने वाले सभी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों से मेरी अपील है कि वे राष्ट्रीय खेलों में अपनी भागीदारी निभाएं.