भोपाल: एमपी के पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं. उनका जुड़ाव भी ऐसा ही है. केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक ऐसा ही वीडियो शेयर किया है. जो उनके जज्बात और जुड़ाव की बयानी करता है. वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा और सराहा जा रहा है. वीडियो देखकर लोगों ने कहा मामा ने ज्जबाती कर दिया. कई लोगों ने अपने रिएक्शन में लिखा मामा हो तो ऐसा.
जब शिवराज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, उस समय नये साल में शिरडी साई बाबा के दर्शन के लिए जाते थे. इस समय भी वे अपनी साधना सिंह के साथ शिरडी के साथ शनि शिंगणापुर के शनि मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे. वीडियो इसी यात्रा के दौरान का है.
कैलाश की मामा रसवंती शिवराज के लिए क्यों है खास
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का ये वीडियो शनि शिंगणापुर के रास्ते में बनी मामा रसवंती की दुकान का है. नए साल में शिरडी दर्शन के बाद शनि शिंगणापुर के दर्शन के लिए जाते समय शिवराज सिंह चौहान और साधना सिंह हर साल इस मामा रसवंती की दुकान पर ठहरते हैं. यहां के गन्ने का रस पीते हैं. इसी जुड़ाव के बाद इस दुकान के संचालक कैलाश ने इस दुकान का नाम शिवराज के संबोधन मामा के नाम पर मामा रसवंती रख दिया.
शिवराज सिंह चौहान ने चलाई गन्ने की जूस की चरखी (ETV Bharat) इस बार जब शिवराज कैलाश की मामा रसवंती दुकान पर पहुंचे, तो खास मौका था. असल में कैलाश का जन्मदिन भी था, तो केन्द्रीय मंत्री शिवराज ने यहां कैलाश का बर्थडे सेलिब्रेट किया और केक कटवाकर उन्हें बधाई भी दी. वीडियो में शिवराज और उनकी पत्नि साधना सिंह कैलाश के साथ उनकी सालगिरह मनाते दिखाई दे रहे हैं.
शिवराज ने कहा पूरे साल रहता है इंतजार
शिवराज सिंह चौहान ने शनि शिंगणापुर के रास्ते में पड़ने वाली मामा रसवंती नाम की इस दुकान का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए बताया कि "कैलाश शनि शिंगणापुर के रास्ते में कई वर्षों से मामा रसवंती नाम की दुकान चलाते हैं. उन्होंने कहा कि मैं हर साल यहां पर आता हूं. शिवराज ने बताया कि कैलाश और उनके परिवार से इतने वर्षों में एक जज्बाती जुड़ाव हो चुका है. ये इस तरह का जुड़ाव है कि हम पूरे साल यहां आने की प्रतीक्षा करते हैं. ताकि स्नेह और प्रेम से ओत प्रोत रस का आनंद ले सकें. शिवराज ने लिखा हमेशा की तरह गन्ने के रस का स्वाद अद्भुत था.
जब कृषि मंत्री ने चलाई गन्ने की चरखी
शिवराज सिंह चौहान ने कैलाश का मामा रसवंती की दुकान पर गन्ने की चरखी भी चलाई और खुद गन्ने का रस निकाला. शिवराज की राजनीति की ये यूएसपी है कि वे जमीनी नेता के तौर पर ही रहते हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनके ऐसे सैकड़ों प्रसंग हैं, जब वे अचानक जनता के बीच पहुंच गए और अब कृषि मंत्री बनने के बाद भी वे जमीनी नेता बने हुए हैं.