श्योपुर. दरअसल 13 दिन पहले राजस्थान की पुलिस श्योपुर के लहचोड़ा गांव के रहने वाले 28 साल के सुरेश शर्मा के घर पहुंचती है और सुरेश के राजस्थान के सुरवाड इलाके में हुए सड़क हादसे में उसकी मौत की खबर परिजनों को देती है. परिजनों को उसकी शिनाख्त के लिए अस्पताल के शवग्रह में बुलाया जाता है. इधर जवान बेटे की सड़क हादसे में मौत की खबर सुनकर सुरेश के परिजनों को बुरा हाल हो जाता है और वे बेटे की शिनाख्त के लिए शवग्रह पहुंचते हैं. परिजन सुरेश से मिलती जुलती हुई लाश को अपने बेटे का शव मानकर उसका अंतिम संस्कार करने गांंव ले आते हैं और पूरा परिवार मातम में डूब जाता है.
बेटे का अंतिम संस्कार कर गम मना रहा था परिवार, 13वीं पर वो लौट आया, हक्के-बक्के हुए लोग - Dead man came back
श्योपुर के लहचोड़ा गांव से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां जिस युवक का सड़क हादसे के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया था, वो अचानक अपनी तेरहवीं पर घर वापस लौट आया. सुनने में अटपटा लगे पर ये सत्य घटना. युवक की मौत के बाद परिजनों ने श्मशान में उसका अंतिम संस्कार कर आत्मा की शांति के लिए पूजा पाठ करवाया लेकिन 13वीं के दिन सभी उसे जीवित देख दंग रह गए. जानें क्या है पूरा मामला.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Jun 10, 2024, 11:49 AM IST
|Updated : Jun 10, 2024, 12:00 PM IST
मातम में डूबे परिवार को उस दिन बड़ा झटका लगता है जब तेरहवीं के दिन सुरेश घर की दहलीज पर आ खड़ा होता है. सुरेश की आत्मा की शांति के लिए घर पर गरुड़ पुराण का पाठ चल रहा होता है. ब्राह्मण और रिश्तेदारों को भोजन करवाने की व्यवस्था में परिजन जुटे होते हैं तभी सुरेश वहां आ खड़ा होता है. ये देख सब हक्के बक्के रह जाते हैं. बताया जा रहा है कि आने से पहले सुरेश का अपनी मोबाइल पर वीडियो कॉल भी आता है पर घर वालों को उसके जिंदा होने की बात पर यकीन नहीं होता. इसके बाद सुरेश अल सुबह जयपुर से अपने गांव पहुंचता है घर में खुद की मौत पर हो रही तेरहवीं पर दंग रह जाता है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
सुरेश को जिंदा देख कर पूरे घर वालो के होश उड़ जाते है और पूरा गांव भी हैरानी में पड़ जाता है. थोड़ी ही देर में उन्हें समझ आ जाता है कि उन्होंने जिसका अंतिम संस्कार कर दिया वो कोई और था. मामले की खबर राजस्थान पुलिस को दी जाती है कि सुरेश जिंदा है. ये सुनकर पुलिस के भी होश उड़ जाते हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस अब जानकारी जुटाने में लगी है कि जिसका अंतिम संस्कार कर दिया गया आखिर वो कौन था. वहीं सुरेश के जिंदा होने पर घर में शोक पलभर में खुशियों में बदल गया है.