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एक नोट ले जाओ बोरा भर सब्जी लाओ, शहडोल में गोभी टमाटर पालक सब 10 रुपए किलो - SHAHDOL VEGETABLE PRICES DOWN

शहडोल में कौड़ियों के भाव बिक रही सब्जियां. 300 रुपए किलो वाली धनिया 30 में. हालांकि किसानों को हुआ बड़ा नुकसान, लागत निकालना मुश्किल.

SHAHDOL VEGETABLE PRICES DOWN
शहडोल में सब्जियों का गिरा दाम (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 5, 2025, 7:21 PM IST

शहडोल: इन दिनों सब्जियों बेहद सस्ती हो गई हैं. 300 रुपए किलो बिकने वाली धनिया 30 रुपए में बिक रही है. एक ओर जहां किसानों को इससे घाटा लग रहा है, लागत निकालना मुश्किल हो गया है. वहीं, हरी सब्जियां खाने के शौकिन लोगों को लिए मजे हैं. पहले जहां लोग सब्जियों के आसमान छूते दाम सुनकर खरीदने से कतराते थे, अब झोला भर भरकर सब्जियां ला रहे हैं. शहडोल सब्जी मंडी में दुकान लगाने वाले व्यापारी से जानते हैं, इस समय कौन सी सब्जी का क्या भाव चल रहा है.

10 रुपए किलो बिक रही फूलगोभी

सब्जी व्यापारी रामप्रताप साहू के अनुसार इन दिनों सब्जियों के दाम धड़ाम हो गए हैं. शाकाहारी सब्जियों का राजा कही जाने वाली फूलगोभी 10 रुपए किलो में बिक रही है, कुछ दिनों पहले यह 100 रुपए किलो के भाव से बिकती थी. जिस टमाटर के बिना सब्जियों में स्वाद नहीं आता और जो कभी 100 से 200 रुपए किलो तक बिकता था आज 10 रुपए किलो में बिक रहा है. सेहत के लिए लाभदायक मानी जाने वाली पालक भी 10 रुपए किलो की दर से बाजार में बिक रही है.

300 वाली धनिया मिल रही 30 में (ETV Bharat)

300 वाली धनिया मिल रही 30 में

इसके अलावा लगभग सभी सब्जियों के दाम औंधे मुंह गिर गये हैं. लौकी और बैंगन 20 रुपए प्रति किलो मिल रहा है. सेमी 40 रुपए, लाल भाजी 30 रुपए, मेथी भाजी 20 रुपए प्रति किलो में बिक रही है. मटर और खीरा भी बाजार में खूब आ रहे हैं और यह 40 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है.

कभी 300 रुपए किलो बिकने वाली हरी धनिया आज 30 रुपए किलो पर आ गई है. हरा मिर्च 60 रुपए में लोग खरीदकर ले जा रहे हैं, जिसका भाव कभी-कभी 200 से 300 रुपए किलो तक पहुंच जाता है. कुल मिलाकर जिस सब्जियों की महंगाई से कभी आम आदमी की कमर टूट जाती है, आज वह बेहद सस्ते भाव पर बिक रही हैं.

किसानों का घाटा, नहीं निकल रही लागत

सब्जियों का रेट गिरने से जहां आम आदमियों को फायदा हो रहा है. लोग झोला भर भरकर सब्जियां ले जा रहे हैं. वहीं, इससे किसानों को बहुत झटका लगा है. उत्पादन अधिक होने से भाव गिर गया, जिससे किसान को अपनी लागत निकालनी मुश्किल हो गई है. कई किसान तो सब्जियों को मंडियों तक बेचने ही नहीं ले जा रहे हैं. वो जानवरों को खिला दे रहे हैं. उनका कहना है कि भाव गिरने से मंडी तक सब्जियां ले जाने की भी लागत नहीं निकल पाती है.

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