शहडोल.लोकसभा चुनाव 2024 कापहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है. इसके लिए चुनावी प्रचार का दौर खत्म हो गया है. वहीं इसी के साथ चुनावी शोरगुल भी थम गया है. शहडोल लोकसभा सीट पर भी पहले चरण में ही मतदान होने हैं. शहडोल आदिवासी बहुल सीट है और यह आदिवासियों के लिए आरक्षित है. यहां के प्रत्याशियों पर नजर डालें तो आप पाएंगे कि शहडोल में कांटे का टक्कर होने जा रहा है.
शहडोल में कांटे की टक्कर क्यों?
लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने मोदी की गारंटी नारा बुलंद किया है. शहडोल से बीजेपी की वर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह को फिर से प्रत्याशी बनाया है. वहीं कांग्रेस ने बहुत सोच विचार करने के बाद फुंदेलाल सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. पिछले विधानसभा में मध्यप्रदेश में बीजेपी को शानदार जीत मिली, लेकिन इस मोदी लहर में भी कांग्रेस के फुन्देलाल ने तीसरी बार चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई थी. अब वे सांसद का चुनाव लड़ने जा रहे हैं.यही वजह है कि शहडोल में कांटे की टक्कर मानी जा रही है.
दोनों नेता का अपने क्षेत्र में वर्चस्व
शहडोल हिमाद्री सिंह की गृह नगर सीट है और वे वर्तमान सांसद भी हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने भारी मतों से जीत दर्ज की थी. वहीं फुंदेलाल पुष्पराजगढ़ से विधायक हैं. वे विधानसभा में तीन बार जीत दर्ज कर चुके हैं लेकिन पहली बार सांसद का चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों ही आदिवासी नेताओं का क्षेत्र और अपने समाज में वर्चस्व है. इस कांटे की टक्कर में देखना दिलचस्प होगा कि कौन बाजी मारता है, जनता किसे अपना सांसद चुनती है.
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