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शहडोल में दहशत, बांधवगढ़ में हाथियों की मौत का बदला लेने निकला गजराज का कुनबा!

शहडोल जिले में हाथियों के दल के पहुंचने से ग्रामीणों में डर का माहौल है. दल में 10 हाथी हैं जो फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.

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10 हाथियों का दल पहुंचा शहडोल (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 5, 2024, 6:02 PM IST

Updated : Nov 5, 2024, 8:45 PM IST

शहडोल:बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत की गुत्थी अभी सुलझी नहीं है. इधर 10 हाथियों का एक दल शहडोल जिले के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र में पहुंच चुका है. आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल है. वहीं हाथियों का दल फसलों को लगातार नुकसान पहुंचा रहा है.

10 हाथियों का दल पहुंचा ब्यौहारी

पिछले कुछ दिनों से हाथियों की मौत के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व सुर्खियों में बना हुआ है. पूरा देश इस घटना के बाद हिल गया है तो वहीं बांधवगढ़ से हाथियों का एक दल खाने की तलाश में शहडोल जिले के ब्यौहारी वन परिक्षेत्र में भी विचरण कर रहा है. हाथियों का दल खाने की तलाश में रिहायशी क्षेत्र में भी नजर आ रहा है. हाथियों के आने की खबर सुनकर अब ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल है. हालांकि वन विभाग के आला अधिकारी और कर्मचारी हाथियों के हर एक मूवमेंट पर नजर बनाए हुए हैं लेकिन जिस तरह से अभी हाल ही में उमरिया जिले में हाथियों ने 2 लोगों की जान ली उसके बाद से अब ग्रामीणों में दहशत है.

फसलों को पहुंचाया नुकसान

ब्यौहारी क्षेत्र के देवरा एवं सरवाही गांव की सीमा बांधवगढ़ और संजय गांधी टाइगर रिजर्व से लगी हुई है, जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि यहीं से 10 हाथियों का दल 2 दिन पहले रात में पहुंचा है. हाथियों के इस दल ने किसानों की खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है. जब ग्रामीण क्षेत्र में हाथी आए तब स्थानीय लोगों ने मामले की जानकारी वन अमले को दी थी, जिसके बाद वन विभाग की दो टीम हाथियों की निगरानी में लगी हैं. टाइगर रिजर्व की सीमा से जुड़े होने के कारण यहां जंगली जानवरों का आना जाना बना रहता है.

'निगरानी के लिए 2 टीमों का गठन'

ब्यौहारी एसडीएम रेशम सिंह धुर्वे का कहना है कि "10 हाथियों का दल 2 दिन पहले इस क्षेत्र में आया था. जिसकी निगरानी के लिए 2 टीमों का गठन किया गया है. इसमें कुल 14 लोग शामिल हैं. हाथी संजय गांधी टाइगर रिजर्व की ओर चले गए हैं. दिन में हाथी संजय गांधी टाइगर रिजर्व की सीमा पर रहते हैं और रात होते ही फसलों को खाने राजस्व भूमि में आ जाते हैं. जिसकी निगरानी के लिए टीम बनाई गई है. कई क्षेत्र में मुनादी भी करवाई जा रही है. ग्रामीणों को सजग किया जा रहा है कि वो जंगल की ओर न जाएं."

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'हाथियों के मूवमेंट पर कड़ी निगरानी'

शहडोल सीसीएफ अजय पांडे का कहना है कि "ब्यौहारी के आसपास हाथियों का मूवमेंट है. उनका मूवमेंट यहां रहता ही है. बफर से लगा हुआ एरिया है, तो हाथी आते जाते रहते हैं. अभी तक कोई नुकसान की खबर भी नहीं है. हाथियों के मूवमेंट पर पूरी निगरानी बनाए हुए हैं, पता नहीं किस समूह के हाथी हैं.

Last Updated : Nov 5, 2024, 8:45 PM IST

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