उत्तरकाशी: मानसून सीजन में ऊंचे बुग्यालों में हरियाली और तरह-तरह के फूलों के खिलने के बाद पर्यटक इनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं. इसी क्रम में दयार सहित देवकुंड और सूयारा टॉप का सैलानी रुख कर रहे हैं. यहां पर पर्यटक घने कोहरे के बीच बुग्यालों की खूबसूरती का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं.
आपने देखा है पहले ऐसा बुग्याल, जहां मखमली घास और रंग-बिरंगे फूल लोगों को कर रहे आकर्षित - Dayara Bugyal Trek
Uttarkashi Dayara Bugyal Trek उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित दयारा बुग्याल लोगों को बरबस ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. जहां मखमली घास और रंग-बिरंगे फूल लोगों को मोहित कर देते हैं. वहीं मानसून सीजन में सात सदस्यीय दल ने दयारा बुग्याल का भ्रमण किया.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Jul 9, 2024, 4:41 PM IST
|Updated : Jul 9, 2024, 5:17 PM IST
बार्सू निवासी पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष जगमोहन सिंह रावत ने बताया कि तीन दिन पूर्व सात सदस्यीय साधुओं के दल के साथ वह सूयारा टॉप के लिए रवाना हुए. पहले दिन बरनाला टॉप के बाद दूसरे दिन करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित दयारा देवकुंड टॉप पहुंचे. उसके बाद अगले दिन 13 हजार फीट की ऊंचाई पर सूयारा टॉप का अवलोकन किया. जगमोहन रावत ने बताया कि यहां पर साधु संतुओं ने ध्यान योग आदि का अभ्यास किया. साथ ही कहा कि यहां पर जो शांति है, वह एक साधु के ध्यान के लिए उपयोगी है. इसके साथ ही इन दिनों मानसून सीजन में बुग्यालों में फैली हरी मखमली घास सहित फूल पूरे प्रकृति को खूबसूरत बना रही है.
रावत ने बताया कि पहले ट्रैकर्स दयारा तक ही आते थे, लेकिन अब वह सूयारा टॉप तक पहुंच रहे हैं. इस वर्ष विभिन्न एजेंसियों के करीब 19 से 20 दल दयारा के साथ सूयारा टॉप का दीदार कर चुके हैं. यहां से गंगोत्री ग्लेशियर सहित यमुनोत्री धाम की बंदरपूंछ ग्लेशियर की ऊंची-ऊंची चोटियों का अवलोकन किया जा सकता हैं. वहीं यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य बहुत ही खूबसूरत लगता है. उन्होंने मांग की है कि इन बुग्यालों के विकास के लिए अलग से योजनाएं तैयार की जाए. जिससे लोग अधिक से अधिक पहुंच सके.
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