हजारीबाग: जिले में एनएच 2 व्यवसाइयों के लिये कभी वरदान हुआ करता था, लेकिन हालिया कुछ दिनों में यह अभिशाप बन कर चौपारण प्रखंड के नागरिकों के ऊपर काल सा मंडरा रहा है. इसका एक मात्र कारण है एनएचआईए द्वारा निर्माणाधीन फ्लाइओवर का काम कछुआ गति से होना. हालांकि पहले भी दुर्घटना होती थी लेकिन एक्का दुक्का. अगर आंकड़ें देखें तो ये मौत की घाटी से भी ज्यादा लोगों को अपने आगोश में ले रही है.
दो दिन पहले पिलर संख्या 18 में एक बच्चे की जान गई थी. चौपारण की लाइफ लाइन कही जाने वालाी देश की मुख्य सड़क अब लाइफ छीन लेने वाली सड़क बन गई है. गुरुवार देर रात फिर एक ट्रक ने स्कूटी सवार को घसीटते हुए कुछ दूर अपने चपेट में ले लिया. स्थानीय लोगों के हल्ला करने के बाद गाड़ी चालक ने गाड़ी को रोकी. इस घटना में मूर्तिया निवासी सहदेव तूरी के पुत्र जितेंद्र तूरी की मौत घटनास्थल पर ही हो गई.
जानकारी के अनुसार जितेंद्र मुंबई में काम करता था. वह अपनी मां का इलाज करवाने के लिये कुछ ही दिन पहले अपने घर आया था. घटना के बाद एनएच 2 को जाम कर दिया गया, जिससे आवागमन लगभग 2 घंटे तक बाधित रहा. देर रात विधायक सहित चौपारण प्रशासन के समझाने के बाद लोगों ने जाम को हटाया. जिसके बाद आवागमन सुचारू रूप से चालू हो सका.