वाराणसी: सावन में बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में बोल बम के जयकारे हमेशा से लगते आए हैं. लेकिन विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद भक्तों की संख्या में हो रही वृद्धि सावन को भी खास बना रही है. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि इस बार सावन में 12 अगस्त तक 41 लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन कर लिया है.
यह सिलसिला निरंतर जारी है और मंगलवार को भी बाबा विश्वनाथ के मंदिर में लगभग 2 लाख भक्तों ने दर्शन किया है. जिसकी वजह से भक्तों को मिलने वाली सुविधाओं में भी वृद्धि निरंतर की जा रही है.
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बाबा विश्वनाथ मंदिर की व्यवस्था के बारे में बताया. (Video Credit; ETV Bharat) मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा का कहना है कि बाबा विश्वनाथ के मंदिर में भक्तों की संख्या निरंतर बढ़ रही है. इसके पीछे बड़ी वजह भक्तों को आराम से दर्शन और यहां मिलने वाली सुविधाओं में वृद्धि भी मानी जा सकती है.
उनका कहना है कि जिस तरह से लोकल लोगों के लिए डेडीकेटेड एंट्री गेट होने के साथ ही अब सुगम दर्शन की व्यवस्था मंदिर की तरफ से दी जा रही है. उसके कारण भक्त यहां पर निरंतर पहुंच रहे हैं.
किस सोमवार कितने भक्तों ने किए दर्शन
- पहला सोमवार-321884
- दूसरा सोमवार-309716
- तीसरा सोमवार-306878
- चौथा सोमवार-329107
स्पेशल दिन में कितने भक्तों ने किए दर्शन
- रविवार-212889
- रविवार-207587
- सावन शिवरात्रि-181557
इसके अलावा दर्शन के समय में होने वाली कमी भी लोगों को काफी फायदा पहुंचा रही है. लंबी-लंबी कतारों के बाद भी भक्त बहुत कम समय में बाबा भोलेनाथ का दर्शन करके अपनी मनोकामनाओं को मांग रहे हैं.
उन्होंने बताया कि यहां पीने के पानी की उत्तम व्यवस्था, हवा की व्यवस्था और धाम में सुकून के साथ बैठने की व्यवस्था के साथ ही परिसर में संचालित होने वाली खान-पान की दुकानों की उत्तम व्यवस्था मिलने की वजह से भक्त यहां पर लगातार पहुंच रहे हैं.
मां गंगा के दर्शन के साथ ही बाबा भोलेनाथ के दर्शन का लाभ लेकर भक्त अपने जीवन को धन्य कर रहे हैं. लगातार दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में हो रही वृद्धि विश्वास का सबूत है कि यहां पर मिल रही सुविधाओं से भक्त खुश हैं और अपने दर्शन करके जाने के बाद अपने अन्य लोगों को भी इस बारे में बताते हैं. जिसके कारण लोगों के भीड़ लगातार यहां पहुंच रही है.
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि अब तक सावन के चार सोमवार पर बाबा के अलग-अलग स्वरूप के दर्शन किए गए हैं. अंतिम सोमवार यानी 19 अगस्त रक्षाबंधन के दिन बाबा भोलेनाथ पूरे परिवार के साथ झूले पर विराजे जाएंगे.
बाबा का सावन झूला श्रृंगार होगा. जिसमें माता पार्वती भगवान भोलेनाथ और श्री गणेश जी महाराज विश्वनाथ मंदिर के मुख्य गर्भगृह में झूले का आनंद लेंगे. इसके पहले चौथे सोमवार को पूरे परिसर में भव्य रुद्राक्ष का श्रृंगार किया गया था.
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