नई दिल्लीः मॉनसून के दौरान जलजनित बीमारियों डेंगू, चिकनगुनिया तथा मलेरिया आदि की रोकथाम करने को लेकर शनिवार को दिल्ली सचिवालय में अहम बैठक की गई. मीटिंग मे दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, डीजीएचएस, एमसीडी, एनडीएमसी, ड्यूसिब, पीडब्ल्यूडी, शिक्षा, डीएसआईआईडीसी और आईएंडएफसी विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे. बैठक की अध्यक्षता दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने की.
मीटिंग में मंत्री भारद्वाज ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वो सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट स्कूलों को भी कड़े निर्देश जारी करें. मंत्री ने सभी विभागों की ओर से की गईं तैयारियों का जायजा लिया.
इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग की तरफ से इन बीमारियों को लेकर एक एडवाइजरी मई के महीने में जारी की गई थी. इस संबंध में दूसरी एडवाइजरी आने वाले सप्ताह में जारी की जाएगी. उन्होंने बताया कि जुलाई के अंतिम सप्ताह में एक पीटीएम मीटिंग का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें अभिभावकों को डेंगू और मलेरिया से संबंधित सावधानियां के बारे में जागरूक किया जाएगा.
अधिकारियों ने यह भी बताया कि सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वह छात्रों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने के लिए निर्देशित करें. साथ ही साथ, स्कूल के सभी विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग की तरफ से भी होमवर्क कार्ड जारी किया गया है, जिस प्रकार से नगर निगम के स्कूलों में जारी किया गया है.
डेंगू अवेयरनेस के लिए सौरभ भारद्वाज ने दिए निर्देश (ETV Bharat) ये दिए गए दिशा निर्देश
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि निजी स्कूलों को कड़े निर्देश जारी किए जाएं और निगरानी के साथ इस बात का पालन कराया जाए कि निजी स्कूलों में सभी बच्चे पूरी आस्तीन के कपड़े पहन कर आएं. साथ ही, होमवर्क कार्ड की जांच के लिए एक तंत्र विकसित किया जाए जो लगातार इसकी निगरानी कर सके. मीटिंग के आखिर में मंत्री ने ड्यूसिब, डीएसएसएसआईडीसी विभाग के अधिकारियों को भी इस मामले को लेकर कई सख्त निर्देश दिए हैं.
स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि इन बीमारियों को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए 40 लाख पैमफ्लेट छपवाए गए हैं, जिसके जरिए उनको सावधान रहने और रोकथाम करने के उपाय बताए जाएंगे. साथ ही साथ आशा वर्करों को भी जनता को इन बीमारियों से निपटने के लिए जागरूकता अभियान चलाने के लिए ट्रेनिंग दी गई है.
आशा वर्कर भी करेंगी जागरूक
आशा वर्कर अपने-अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को डेंगू और मलेरिया से बचने तथा इस बीमारी की रोकथाम की जानकारी देंगी. रेडियो के माध्यम से भी घर-घर तक डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से निपटने की जानकारी पहुंचाई जाएगी. अधिकारियों ने यह भी बताया इन बीमारियों की रोकथाम के लिए जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाने वाले सैंपलों की संख्या में भी वृद्धि की गई है, ताकि अधिक से अधिक जांच कर इस बीमारी के फैलने पर रोक लगाई जा सके.
बच्चों को दिया गया ये टास्क
एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम के सभी स्कूल के बच्चों को डेंगू होमवर्क कार्ड दिया गया है जिसके तहत सभी बच्चे साप्ताहिक तौर पर अपने-अपने घरों में हर कोने में, गमले में जांच करेंगे, कि कहीं पानी इकट्ठा तो नहीं है, कहीं मच्छर पैदा होने की कोई संभावना तो नहीं है और उसका ब्यौरा कार्ड में लिखकर स्कूल में जमा करेंगे. साथ ही साथ दिल्लीभर में ऐसे क्षेत्र की जांच की जा रही है जहां पर डेंगू और मलेरिया जैसे मच्छरों के पैदा होने की संभावनाएं होती हैं. वहां पर दवाइयां का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि मच्छरों के पैदा होने की संभावना को खत्म किया जा सके. स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक के दौरान ही स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव को अगली बैठक में पुलिस और छावनी बोर्ड के अधिकारियों को भी बुलाने के निर्देश दिए.
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