सतना के केंद्रीय जेल में राम दरबार, बंदी ने बनाई श्री राम की अलौकिक प्रतिमा, 3 दिनों तक गूंजेगा 'राम' नाम - Pran Pratishtha 22 January
Satna Jail Ram Darbar: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सतना के सेंट्रल जेल में भी उत्साह है. आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी ने श्री राम दरबार की अलौकिक प्रतिमा बनाई है. साथ ही 3 दिनों तक जेल राम भजन से गूंजता हुआ दिखाई देगा.
सतना।पूरे देश भर में राम नाम की धुन गूंज रही है. क्योंकि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में होने जा रही है. इसी के तहत सतना का केंद्रीय जेल राम नाम से गूंज उठा. आजीवन कारावास के सजा याप्ता बंदी ने राम दरबार की अलौकिक प्रतिमा बनाई. बता दें कि केंद्रीय जेल में राम नाम आयोजन शनिवार से शुरू हो चुका है, तीन दिनों तक यह आयोजन चलेगा. Ram Mandir Pran Pratishtha 22 January
बंदी ने बनाई भगवान की प्रतिमा
आगामी 22 जनवरी को करीब डेढ़ सौ दशक के बाद अयोध्या में भगवान श्री रामचंद्र की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. देश भर में राम नाम की धुन गूंज रही है. जगह-जगह श्री राम के भजन, कीर्तन, भागवत, श्रीरामचरित मानस, सुंदरकांड और भंडारे का आयोजन किया जा रहा है. इसको लेकर सतना जिले के केंद्रीय जेल में भी भगवान राम के आयोजन की तैयारी हो चुकी है. आजीवन कारावास की सजा काट रहे सजायाप्ता बंदी ने भगवानराम चंद्र की सुंदर अलौकिक प्रतिमा अपने हाथों से बनाई. शनिवार से प्रतिमा को केंद्रीय जेल में स्थापना कर उसकी पूजा अर्चना शुरू कर दी गई है. इस दौरान बंदियों ने भजन कीर्तन किया और भगवान श्री राम की भक्ति में झूमते हुए नजर आए.
राम नाम से गूंज उठा जेल
केंद्रीय जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी विजय सिंह का कहना है कि ''आज संपूर्ण विश्व राममय हो चुका है, हम सभी बंदी भाई भी राम-मय हैं. केंद्रीय जेल में एक पल भी यह महसूस नहीं हो रहा कि हम जेल में बंद हैं, बल्कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हम भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में हैं. जो हमारे बंदी भाई ने प्रभु श्री राम की अलौकिक प्रतिमा बनाई है, उसे देखकर वास्तव में प्रभु श्री राम का स्पष्ट रूप झलक रहा है. पूरे जेल में बंदी भाइयों के बीच भगवान श्री राम और अयोध्या की चर्चा है, और हम सभी बंदी भाइयों को प्रभु श्री राम के दर्शन की अभिलाषा है.''
केंद्रीय जेल अधीक्षक लीना कोष्टा ने बताया कि ''अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो चुका है. इसी के तहत केंद्रीय जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी रूपेंद्र मिश्रा द्वारा भगवान राम की प्रतिमा को मूर्त रूप दिया गया है. शनिवार से 3 दिनों तक जेल में श्री राम महोत्सव मनाने का आयोजन शुरू किया गया है. प्रतिदिन भजन कीर्तन, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. भगवान श्री राम को लेकर केंद्रीय जेल में बंदियों में भी उत्साह दिखाई दे रहा है. 22 जनवरी को जेल का स्टाफ और बंदी मिलकर दिवाली स्वरूप भगवान श्री राम का उत्सव मनाएंगे."