छत्तीसगढ़ में 29 नक्सलियों का एनकाउंटर बड़ा ऑपरेशन, आतंक पर सियासत दुर्भाग्यपूर्ण:सीएम - CM Sai Attack on Congress on Naxal - CM SAI ATTACK ON CONGRESS ON NAXAL
CHHATTISGARH LOK SABHA ELECTION 2024 सरोज पांडेय के नामांकन में पहुंचे सीएम विष्णु देव साय ने कांग्रेस को जमकर कोसा. सीएम ने कहा कि बस्तर में एक साथ 29 नक्सलियों का सफाया बड़ी घटना है. आतंक के खिलाफ ये एक बड़ा ऑपरेशन है. इस मुद्दे पर सियासत करना दुर्भाग्यपूर्ण है. KORBA LOK SABHA SEAT
कोरबा:छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट पर शुक्रवार को मतदान है. इस बीच कोरबा सीट पर सरोज पांडे ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. सरोज पांडे के नामांकन रैली में सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव सहित कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे. इस दौरान सीएम साय ने न सिर्फ छत्तीसगढ़ के सभी लोकसभा सीटों पर जीत का दावा किया बल्कि कांग्रेस पर भी जमकर प्रहार किया.
भूपेश बघेल पर बोला हमला:नामांकन रैली के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम साय ने कहा कि, "आज हम सरोज पांडे के नामांकन रैली में शामिल हुए. उन्होंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. इस बार हम प्रदेश की सभी 11 लोकसभा सीटों पर जीत रहे हैं." वहीं, सीएम साय ने भूपेश बघेल के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमे उन्होंने कहा था कि विधानसभा परिणाम के बाद लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. सीएम साय ने कहा, "2018 में कांग्रेस को बड़ा जनादेश मिला था. जनता ने उनका क्या हाल किया सबको पता है."
29 नक्सलियों को मारना बड़ा ऑपरेशन: इसके साथ ही सीएम साय ने कहा कि, "29 नक्सलियों को मारना अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन था, जिसमें इनामी नक्सली भी मारे गए हैं. कांग्रेस इसे लेकर भी राजनीति कर रही है, जो कि बेहद दुर्भाग्यजनक है. उन्होंने तो सर्जिकल स्ट्राइक को भी लेकर सवाल खड़े किए थे. जो कि ठीक नहीं है. इस बार मारे गए नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और बंदूक जब्त किए गए हैं."बता दें कि कोरबा लोकसभा प्रत्याशी सरोज पांडेय ने गुरुवार को सीएम साय, डिप्टी सीएम अरुण साव सहित प्रदेश के मंत्रियों के साथ नामांकन दाखिल किया है.
बस्तर में आतंक का सरेंडर
चार महीने में 80 नक्सली ढेर
चार महीने में 125 नक्सली गिरफ्तार
चार महीने में 150 माओवादियों का सरेंडर
केंद्रीय गृहमंत्रालय के आंकड़े
2014 से 23 तक हिंसा में 52 फीसदी की कमी आई
मौतों की संख्या में 69 फीसदी की कमी आई
2014 से नक्सल इलाकों में कैंपों की संख्या बढ़ी
5 सालों में 90 जिलों में 5000 डाकघर खुले
नक्सल प्रभावित 30 जिलों में बैंकों की 1298 शाखाएं खुली
नक्सल प्रभावित 30 जिलों में बैंकों की 1348 एटीएम बने