बस्तर:बस्तर में सरकारी राशन से पेट भरने वाले बस्तर के आदिवासी ग्रामीण इन दिनों काफी परेशान हैं. इनका आरोप है कि सरकारी राशन दुकानों में मिलने वाले राशन में कटौती हो रही है. इस कारण ग्रामीणों को राशन नहीं मिल रहा है. सुबह से ही राशन लेने ग्रामीण राशन दुकान पहुंचकर लाइन लगाते हैं. ताकि उन्हें राशन मिले. हालांकि राशन दुकान ग्रामीणों के लिए खुलता ही नहीं है. हर दिन ग्रामीण राशन दुकान पहुंचते तो हैं, लेकिन दुकान न खुलने के कारण वापस निराश होकर लौट आते हैं.
हर माह समय पर नहीं मिलता राशन: ये मामला बस्तर जिले के तोकापाल ब्लॉक के रानसर्गीपाल का है. यहां के ग्रामीणों से ईटीवी भारत ने बातचीत की. एक पीड़ित ग्रामीण ने कहा, "डेढ़ महीने से राशन नहीं मिल रहा है. राशन दुकान में हर महीने समय पर राशन नहीं मिल रहा है. साथ ही लगभग 100-50 लोगों को राशन नहीं दिया जा रहा है. सुबह से आकर खड़े रहते हैं लेकिन राशन नहीं मिलता है."
"हर महीने 100 से अधिक लोगों को राशन नहीं दिया जा रहा है. महीने में बराबर राशन किसी को नहीं दिया जा रहा है. लोग काफी परेशान हैं. ये लोग कहते हैं मोदी की गारंटी. मोदी की गारंटी नहीं दिख रही है. हमें राशन चाहिए, सरकार राशन दे." -पीड़ित ग्रामीण