नई दिल्ली: रोबोटिक सर्जरी का एक सफल केस दिल्ली के सरगंगा राम अस्पताल से सामने आया है. जहां डॉक्टरों ने मरीज की सर्जरी रोबोटिक प्रणाली से बहुत ही कम कट और बहुत ही कम खतरे के साथ सफल की है. वो भी बिना किसी साइट इफेक्ट के.
एक संवेदनशील सर्जिकल प्रक्रिया में सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर्स ने रोबोटिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके एक युवा महिला के मूत्राशय और गर्भाशय के बीच एक कठिन ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा दिया. मरीज सुनीता ने हाल ही में शादी की थी और परिवार शुरू करने की आशा थी, जिससे सर्जरी की सफलता और भी महत्वपूर्ण बन गई.
सुनीता पहली बार सर गंगाराम अस्पताल आईं जहां उन्होंने मामूली यूरिन संबंधी समस्याओं का सामना किया. इसके बाद डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने एक उल्ट्रासाउंड करवाया. उल्ट्रासाउंड में उनकी मूत्राशय और गर्भाशय के बीच एक 6x5x4 सेंटीमीटर का ट्यूमर पाया गया. ये ट्यूमर सुनीता के भविष्य में मां बनने के रास्ते में परेशानी बन सकता था. इसके प्रभाव के बारे में चिंतित होते हुए सुनीता ने एक सीटी स्कैन और एमआरआई जांच भी करवाई. सर गंगाराम अस्पताल के यूरोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी विभाग ने निर्धारित किया कि ट्यूमर की सटीक प्रकृति छवि या बायोप्सी से पुष्टि नहीं की जा सकती थी क्योंकि इसकी स्थिति कठिन थी. फिर डॉक्टरों ने सर्जिकल तरीके से इसको हटाने की योजना बनाई.
क्यूोकिं ट्यूमर गर्भाशय, मूत्राशय और बाएं यूरीटर के करीब था. इसलिए इन अंगों को सुरक्षित रखने के लिए बड़ी देखभाल चाहिए थी. मुख्य सर्जन डॉ. विपिन त्यागी ने कहा कि इस सर्जरी में चुनौतियां थीं. हमें ट्यूमर को बिना गर्भाशय, मूत्राशय या यूरेटर को प्रभावित किए हटाना था. इसके साथ ही एक बड़ी कटौती से बचना था जो मरीज के भविष्य के गर्भावस्था योजनाओं को कठिन बना सकती थी.