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सकूरा साइंस हाईस्कूल प्रोग्राम; जापान जाएंगी कस्तूरबा गांधी विद्यालय प्रयागराज और प्रतापगढ़ की दो छात्राएं - Sakura Science High School Program - SAKURA SCIENCE HIGH SCHOOL PROGRAM

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय प्रयागराज और प्रतापगढ़ की दो छात्राओं को जापान के सकूरा साइंस हाई स्कूल प्रोग्राम में शामिल होने का मौका मिला है. इस प्रोग्राम में शामिल होने का सारा खर्च जापान सरकार वहन करेगी. Sakura Science High School Program

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (Photo Credit: ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 1, 2024, 10:10 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अध्ययनरत दो बालिकाओं को जापान के सकूरा साइंस हाई स्कूल प्रोग्राम में प्रतिभाग करने का मौका मिला है. कस्तूरबा गांधी विद्यालय बहरिया जिला प्रयागराज की संध्या सरोज और कस्तूरबा गांधी विद्यालय सदवा चंद्रिका जिला प्रतापगढ़ की रिया पटेल का चयन हुआ है. सकुरा हाई स्कूल प्रोग्राम ऐसे बच्चों के लिए किया जाता है. जो विज्ञान विषय में 11वीं व 12वीं के छात्र हों और जिन्होंने हाईस्कूल में टॉप किया हो तथा अंग्रेजी बोलने की योग्यता हो. जापान साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी एजेंसी द्वारा सकूरा साइंस हाई स्कूल प्रोग्राम 1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक जापान में हो रहा है.

म (Photo Credit: ETV Bharat)
जापान सरकार उठाएगी खर्च :बालिकाओं पर आने वाले खर्च की चिंता भी जापान ही करेगा. इन पर आने वाला सारा खर्च जापान विज्ञान और प्रौद्योगिकी एजेंसी (जेएसटी) द्वारा वहन किया जाएगा. चाहे वह जापान भ्रमण पर आने वाला खर्च हो अथवा इनके रहने एवं खाने-पीने पर होने वाला व्यय हो, सारा खर्च जापान विज्ञान और प्रौद्योगिकी एजेंसी (जेएसटी) करेगी. इतना ही नहीं कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाली छात्राओं को जापान सरकार द्वारा भ्रमण अवधि का वीजा भी उपलब्ध कराया जाएगा.


नोबल पुरस्कार विजेताओं से मिलने का भी मौका :सकूरा साइंस हाईस्कूल प्रोग्राम में शामिल होने वाले बच्चों को नोबेल पुरस्कार विजेताओं से भी मिलाया जाता है. प्रमुख वैज्ञानिकों द्वारा पढ़ाए जाने वाले विशेष विषयों में भागीदारी, प्रमुख जापानी विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों का भ्रमण कराकर इनके ज्ञान और अनुभावों को अत्यधिक पुष्ट किया जाता है. इतना ही नहीं, इन्हें जापानी हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं के साथ सामाजिक गतिविधियों में भागीदारी करने का अवसर दिलाकर जापानी संस्कृति का अनुभव भी कराया जाता है.

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