फरीदाबाद :फरीदाबाद के लाल ने कमाल कर दिया है. फरीदाबाद के रहने वाले सक्षम गौतम ने फरीदाबाद नहीं बल्कि पूरे देश में परचम लहराकर अपना और अपने परिवार का नाम रौशन कर दिया है. दरअसल CLAT यानी कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट में ऑल इंडिया में फर्स्ट रैंक लाकर सक्षम गौतम ने एक इतिहास रच दिया है और यही वजह है कि उनके परिवार में खुशियों की लहर है. उनके घर में बधाई देने वालों का तांता लग रहा है. सक्षम गौतम ने 116 में से 103.5 अंक हासिल किए हैं और इतिहास रच डाला है.
सक्षम गौतम को कैसे मिली सफलता ?: ईटीवी भारत से बातचीत में सक्षम गौतम ने बताया कि मुझे विश्वास नहीं था कि फर्स्ट रैंक आएगा, लेकिन मुझे पूरा विश्वास था कि एग्जाम अच्छे मार्क्स से क्लियर हो जाएगा और मैं इस एग्जाम को क्लियर जरूर करूंगा. इसमें परिवार का पूरा सपोर्ट मिला है. मेरी सफलता का पूरा श्रेय मेरे परिवार को जाता है. सक्षम ने बताया कि उन्होंने इस एग्जाम के लिए काफी ज्यादा मेहनत की थी. ये उनका पहला अटेम्प्ट था और इसी में उन्होंने फर्स्ट रैंक हासिल किया है. सक्षम ने बताया कि उनका शुरू से ही सपना रहा है कि वे पब्लिक के बीच में रहकर पब्लिक के लिए काम करें और यही वजह है कि इस फील्ड में आने का उन्होंने इरादा बनाया.
सोशल मीडिया से बनाई दूरी :सक्षम गौतम ने आगे बताया कि वे एग्जाम से 2 साल पहले सोशल मीडिया पर एक्टिव थे लेकिन फिर उन्होंने सोशल मीडिया साइट्स से पूरी तरह से दूरी बना ली क्योंकि इससे पढ़ाई पर असर पढ़ता. फिलहाल वे अभी भी किसी भी सोशल मीडिया साइट पर एक्टिव नहीं हुए हैं. वहीं रिजल्ट को लेकर हो रहे विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि आंसर में कुछ दिक्कतें थी जिसे लेकर ऑब्जेक्शन भी डाला गया था. कुछ ठीक हुए, कुछ नहीं. बाकी वे इस पर कुछ कह नहीं सकते.
सक्षम के परिवार ने क्या कहा ? :वहीं सक्षम के पिता प्रदीप गौतम ने बताया कि जिस दिन रिजल्ट आया, मैं कहीं बाहर दूर था. जैसे मुझे परिवार वालों ने बताया कि सक्षम ऑल इंडिया में टॉप कर गया है तो मुझे लगा कि मैं उड़कर सक्षम के पास जल्दी पहुंच जाऊं. लेकिन दूर था आते-आते देर हो गई, जैसे ही घर पहुंचा घर में खुशी का माहौल था. मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि मेरा सपना सच हो गया. मैंने एक दिन सक्षम को मजाक में कहा कि क्या तुम इस एग्जाम में टॉप कर जाओगे क्या, लेकिन मेरा मजाक सच हुआ, सक्षम ने पूरे देश में टॉप करके मेरा और पूरे परिवार के साथ-साथ पूरे प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है. इसके अलावा उनके परिवार में दादाजी, उनकी मां, उनके चाचा और उनके बड़े भाई ने बताया कि उन्हें पूरा विश्वास था कि सक्षम एक दिन परिवार का नाम जरूर रौशन करेगा.