ऋषिकेश:महाराष्ट्र में शिंदे सरकार ने देसी गायों को 'राज्य माता' का दर्जा देने का फैसला किया है. अब उत्तराखंड में भी गाय को राज्य माता का दर्जा देने की मांग उठने लगी है. इसी कड़ी में अखिल भारतीय संत समिति और विरक्त वैष्णो मंडल संत समाज ने एक बैठक आयोजित की. बैठक में महाराष्ट्र में गौ माता को राज्य माता का दर्जा देने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने धामी सरकार से भी गाय को राज्य माता का दर्जा देने की मांग की.
देसी और बद्री गायों के संरक्षण पर जोर: संतों ने खासकर देसी गाय की बदतर स्थिति और उत्तराखंड के पहाड़ों में बद्री गायों के लुप्त होने को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने इनके संरक्षण के लिए राज्य सरकार से तत्काल प्रभाव से इस पर अमल करने की मांग की है. इस अवसर पर तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में जल्द से जल्द गाय को राज्य माता का दर्जा दिया जाना चाहिए. यह सबसे पहले होना चाहिए था, लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने पहले कर दिया.
देवभूमि में पहले होना चाहिए था ये काम:संत समाज इस फैसले का स्वागत करता है, लेकिन उत्तराखंड जैसे देवभूमि से राज्य माता का दर्जा देने का फैसला अगर आता है तो यह अच्छी बात होगी. संत समाज इसका स्वागत करेगा. जल्द ही इस मामले पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से मुलाकात की जाएगी. उत्तराखंड में जो देसी गाय का पालन पोषण करते हैं, उनके हित का ध्यान रखना चाहिए और लाभान्वित भी करना चाहिए.