सागर। सागर में इसी सत्र से स्टेट यूनिवर्सिटी की शुरुआत होने जा रही है. राज्य सरकार ने सागर के राजकीय विश्वविद्यालय का नाम रानी अवंतीबाई के नाम पर रखा है. कुलसचिव पद पर प्रोफेसर शक्ति जैन की नियुक्ति की गयी है. जिन्होंने आगामी सत्र में होने जा रहे एडमिशन के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. नए राजकीय विश्वविद्यालय में सागर और दमोह जिले के 72 कॉलेज के करीब 60 हजार विद्यार्थी संबद्ध होंगे. विश्वविद्यालय के पहले सत्र की शुरुआत आर्ट्स एंड कामर्स कॉलेज के अतिरिक्त भवन में होगी.
सालों पुरानी मांग हुई पूरी
2008 में तत्कालीन यूपीए सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह ने सागर के डाॅ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया था. इसके बाद लंबे समय से मांग चल रही थी कि सागर में स्टेट यूनिवर्सटी खोली जाए. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की तीन बार की घोषणा के बावजूद यूनिवर्सिटी शुरू नहीं हो सकी थी. पिछली शिवराज सरकार में मौजूदा मुख्यमंत्री मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री थे और सागर के दौरे पर उन्हें सागर की लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ता था. मुख्यमंत्री बनने के बाद जब मोहन यादव पहली बार सागर आए तो उन्होंने आगामी सत्र से राजकीय विश्वविद्यालय खोलने का ऐलान किया था.
क्षतिपूर्ती के रूप में मिले थे 800 करोड़
केंद्र की यूपीए सरकार ने डाॅ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय को जब केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया तो क्षतिपूर्ति के रूप में राज्य सरकार को करीब 800 करोड़ की राशि मिली थी. राज्य सरकार ने उस राशि से सागर नहीं बल्कि छतरपुर में महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय की शुरूआत की थी. लंबे समय से सागर के लोग राजकीय विश्वविद्यालय की मांग कर रहे थे. अब जाकर उनकी मांग पूरी हो गई है.