देहरादून:उत्तराखंड के अंदर हाल ही में हुई कुछ घटनाओं ने न सिर्फ धामी सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. बल्कि, विपक्षी दल कांग्रेस को सत्ताधारी बीजेपी को घेरने का मौका भी दे दिया है. महिला अपराध से जुड़े दो मामले तो ऐसे हैं, जिनमें सीधे-सीधे आरोप बीजेपी नेताओं पर भी लगे हैं. ऐसे में बीजेपी भी कांग्रेस को जवाब देने में थोड़ा अहसज महसूस कर रही है. वहीं प्रदेश में क्राइम के बढ़ते ग्राफ को लेकर सोमवार दो सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी और उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिए थे.
इन दो मामलों में बढ़ाई बीजेपी के टेंशन: अल्मोड़ा जिले के सल्ट में 14 साल की बच्ची के साथ छेड़छाड़ का मामला हो या फिर नैनीताल में महिला के यौन शोषण का. दोनों ही मामलों में सीधे-सीधे आरोप बीजेपी नेताओं पर लगा है. दोनों नेता फिलहाल पुलिस की रडार पर हैं. वहीं बीजेपी भी साफ कर चुकी है कि ऐसे नेताओं से पार्टी और सरकार का कोई लेना-देना नहीं है.
स्थानीय लोगों के हंगामे के बाद मामले में पकड़ा तूल: सल्ट में 14 साल की बच्ची से छेड़छाड़ केस में जब बीजेपी नेता का नाम सामने आया तो मामले ने तूल पकड़ा और स्थानीय लोगों ने सरकार व पुलिस के खिलाफ हंगामा करना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे ये खबर पूरा राज्य में आग की तरफ फैल गई. मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने भी आरोपी नेता को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया.
नैनीताल मामले ने करा दी बीजेपी फजीहत: सल्ट मामले में आरोपी नेता पर कार्रवाई कर बीजेपी जैसे-तैसे सिचुएशन को मैनेज करने में लगी ही थी कि नैनीताल के एक मामले में फिर से पार्टी की फजीहत करा दी. नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा पर महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया.
महिला का आरोप है कि नौकरी दिलाने के नाम पर मुकेश बोरा ने उसके साथ गलत किया है. इस मामले में महिला ने पुलिस में भी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था. वहीं, इस मामले को लेकर भी जब कांग्रेस सड़कों पर उतरी तो पुलिस के ऊपर दबाव बना और आखिर में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया.
इस मामले में पुलिस ने न सिर्फ बीजेपी नेता मुकेश बोरा के खिलाफ केस दर्ज किया है, बल्कि उसके ड्राइवर के खिलाफ भी दुष्कर्म का मुकदमा अपनी डायरी में लिख लिया है. मुकेश बोरा पर आरोप गंभीर थे तो दुग्ध सहकारी समिति ने भी तत्काल प्रभाव से मुकेश बोरा को उनके पद यानी नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष से हटा दिया.
कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा: महिला अपराध से जुड़े दो मामलों में बीजेपी नेताओं का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस भी सरकार पर हमलावर हो गई. अल्मोड़ा में बैठे हरीश रावत ने इसी मामले पर अपना पक्ष रखा तो वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा पीछे नहीं रहे.
कांग्रेस का आरोप: कांग्रेस अब यह आरोप लगा रही है कि अगर राज्य में महिलाओं से जुड़े अपराध की संख्या बड़ी है तो उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह कोई और नहीं बल्कि सत्ताधारी पार्टी ही है. सत्ताधारी पार्टी लगातार ऐसे नेताओं का पक्ष लेकर उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है. इसलिए पहाड़ों में और पूरे देश में महिलाओं के साथ अपराध बढ़ रहे हैं.
बीजेपी का जवाब: कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि नारी का उत्थान और नारी का सम्मान भाजपा की प्राथमिकता है. अगर किसी भी व्यक्ति पर इस तरह के आरोप लगता है तो वह न तो पार्टी में रह सकता है न ही सरकार में रह सकता है. जिसके चलते उन्होंने खुद सीएम धामी से आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. साथ ही कहा कि सरकार में ऐसा कोई व्यक्ति न हो जिस पर किसी भी महिला के ओर से आरोप लगाया हो. जिस तरह का माहौल प्रदेश में बनाने की कोशिश की जा रही है, वह किसी भी रूप में स्वीकार नहीं है.
उत्तराखंड में महिला अपराध से जुड़े बड़े मामले:
- उत्तराखंड में महिला अपराध से जुड़े बड़े मामले देहरादून आईएसबीटी परिसर में उत्तराखंड रोडवेज की बस में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप का मामला.
- हरिद्वार जिले के पिरान कलियर क्षेत्र में लड़की के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया था.
- उधमसिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में नर्स के साथ रेप और हत्या का मामला सामने आया था.
- उधमसिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में अवैध मदरसे के मौलवी पर छोटी-छोटी बच्चियों से रेप का आरोप लगा था.
- अल्मोड़ा जिले के सल्ट में बीजेपी नेता पर 14 साल की नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ का नाम.
- नैनीताल जिले में बीजेपी नेता पर महिला ने रेप का आरोप लगाया है.
- चमोली जिले के नंदप्रयाग में नाबालिग लड़की के साथ नाई ने छेड़छाड़ की थी.
इन तमाम मामलों के अलावा हरिद्वार जिले में मंगलौर उपचुनाव का हुआ बवाल, कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों का हुड़दंग और मारपीट का मामला, हरिद्वार रानीपुर मोड में ज्वेलरी शोरूम में दिनदहाड़े पड़ी डकैती. हरिद्वार वसीम मौत का मामला भी इन दिनों सुर्खियों में है. ये तमाम वो अपराध है, जो न सिर्फ सुर्खियों में है, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए है.
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