चमोली: भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करने का सपना देखने वाले रिंकू भले अपने सपने को पूरा नहीं कर पाए हों, लेकिन आज चमोली जनपद मुख्यालय के आसपास के सैकड़ों युवाओं के सपने पूरे करने में पसीना बहा रहे हैं. वर्तमान में रिंकू के सानिध्य में ट्रेनिंग करने वाले दर्जनों युवा देश की सीमाओं पर तैनात हैं.
बता दें कि जनपद मुख्यालय के समीप पापडियाना गांव निवासी रविंद्र सिंह नेगी को रिंकू नाम से जाना जाता है. हर युवा की तरह रिंकू ने भी सीमा पर जाकर देश सेवा के लिए 2017-18 में कोशिश की, लेकिन किन्हीं कारणों से उनकी सेना में भर्ती नहीं हो पाई. ऐसे में रिंकू ने अपनी असफलता को अपनी ताकत बनाते हुए जिला मुख्यालय में रहने वाले दूर-दूर से आए युवाओं को एक प्रेरणा बनकर उन्हें निशुल्क फिजिकल ट्रेनिंग करवाई.
ट्रेनिंग देने वाले रिंकू सिंह ने बताया कि वह एक गरीब परिवार से आते हैं और ट्रेनिंग के दौरान हजारों खर्च कर पाने में असफल थे. अपनी इस स्थिति को देखते हुए उन्होंने जरूरतमंद युवाओं और सेना में शामिल होकर देश सेवा का जज्बा रखने वाले युवाओं के लिए एक अकादमी खोली. जिसमें सेवानिवृत्त पोखरी निवासी संदीप सिंह के सानिध्य में सेना में भर्ती होने की बारीकियां सीखीं और युवाओं को एकत्र कर ट्रेनिंग दी. उन्होंने कहा कि आज उनके कई प्रशिक्षार्थी भारतीय सेना में अलग-अलग जगह पर देश सेवा कर रहे हैं.