रीवा: माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की सुगमता के लिए प्रशासन दिनभर हाईवे एनएच 30 पर तैनात रहा. इसके साथ ही उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े इसका पूरा ख्याल रखा गया. महाकुम्भ यात्रियों के पर्याप्त मात्रा में भोजन पानी सहित ठहरने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई. श्रद्धालुओं को हलुआ, पूड़ी और खिचड़ी बांटा गया.
रीवा-यूपी बॉर्डर पर लगा था विशाल जाम
दरअसल, बीते दिनों प्रयागराज जाने वाले हाईवे एनएच 30 में देश का सबसे बड़ा जाम लगा हुआ था. उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा प्रयागराज में तेजी से बढ़ती भीड़ को देखकर सुरक्षा की दृष्टि से वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई थी. जिसके चलते जबलपुर से लेकर कटनी, मैहर, सतना, अमरपाटन, सहित रीवा के एमपी यूपी बॉर्डर स्थित चाकघाट में भारी जाम लग गया और श्रद्धालुओं के लाखों वाहन के पहिए रास्ते में ही थम गए थे. जाम की गंभीर स्थिति को देखकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव एक्शन मोड में आए. जिसके बाद सीएम ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अर्जेंट मीटिंग करते हुए आवश्यक निर्देश दिए.
'ट्रैफिक फ्री है प्रयागराज नेशनल हाईवे'
रीवा के संभागीय कमिश्नर बीएस जामोद के साथ ही डीआईजी साकेत पांडेय के द्वारा लगातार रीवा प्रयागराज हाईवे का निरीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने अपने हाथों से यात्रियों को भोजन बांटा और उनका हाल जाना. कमिश्नर बीएस जामोद ने बताया कि "मांघ पूर्णिमा के बाद अब आने वाली छुट्टियों के दिन शनिवार और रविवार को महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ आने की संभावना है, जिसके चलते हर परिस्थिति से निपटने के प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद है.