रीवा: जिले के गोविंद गढ़ में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया. हादसे में तीन मासूम बच्चियों की दर्दनाक मौत हो गई. बताया गया कि नागपंचमी में अवसर पर गांव की तीन बच्चियां घर के समीप गढ्ढे में भरे पानी में पुतली बहाने गई थी. इसी दौरान खेल खेल में तीनों बहनें हादसे का शिकार हो गई. तीनों सगी बहनें अचानक गढ्ढे में भरे पानी में गिर गई. हादसे के बाद स्थानीय लोग दौड़कर घटना स्थल पहुंचे लोगों ने गड्ढे में कूदकर तीनों बच्चियों को बाहर निकला तबतक उनकी मौत हो चुकी थी.
नागपंचमी पर पुतली बहाने गई तीन बहनें डूबी
ह्रदय विदारक घटना गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम तमरा गांव की है. यहां पर रहने वाले राजकुमार रजक की 3 नाबालिग बेटियां शुक्रवार की शाम तकरीबन 6 बजे नागपंचमी के अवसर पर घर के समीप गढ़ही (गढ्ढे) में भरे पानी में पुतली (कपड़े की गुड़िया) बहाने के लिए गई थीं, तभी तीनों सगी बहनें गढ्ढे में भरे पानी में डूब गई. घटना के बाद स्थानीय लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे. गांव के लोगों ने गड्ढे में कूदकर बच्चियों को बाहर निकाला लेकिन उनकी मौत गई थी. घटना के बाद से परिवार में मनाई जा रही नागपंचमी के त्योहार की खुशियां मातम में बदल गईं. घटना के बाद तीन मासूम बच्चियों को खोने के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.
पीछे निशानी छोड़ गईं मासूम
हादसे के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. गोविंदगढ़ थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल घटना स्थल पहुंचे पंचानामा कार्रवाई के बाद तीनों बच्चियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. बताया गया कि तीनों मासूम बच्चियां 6 बहने थीं, 6 बहनों में तीनों मृतिका बड़ी बहने थीं जिनकी उम्र तकरीबन 12 से 15 साल के आसपास थी. तीनों मासूम तो काल के गाल में समा गईं लेकिन पीछे छोड़ गई अपना खिलौना, जिसके साथ खेल खेल में उनकी दर्दनाक मौत गई. दर्दनाक हादसे के बारे में जिस किसी ने भी सुना उसका दिल दहल गया.
Also Read: |