रीवा: भोपाल में 24 फरवरी से आयोजित होने वाले 2 दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुभारंभ करने जा रहे हैं. इस समिट में मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री सहित देश-विदेश के बड़े उद्योगपतियों के अलावा मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों के मंत्री शामिल हो रहे हैं. इसमें रीवा के हिमांशु येंगल शामिल हो रहे हैं, जो महिला सशक्तिकरण पर विशेषज्ञ और मंत्रियों से चर्चा करेंगे. साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी के जरिए डेटा सुरक्षित रखने को लेकर सरकार को अपना प्रेजेंटेशन देंगे.
जीआईएस भोपाल में होंगे शामिल
बता दें कि हिमांशू येंगल रीवा जिले के रहने वाले हैं. वे ग्रेविटी टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस के फाउंडर हैं. हिमांशु को भोपाल में आयोजित हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में आमंत्रित किया गया है. इससे पहले हिमांशु भोपाल और दिल्ली में आयोजित यंग लीडर्स डायलॉग समिट में शामिल हो चुके हैं. मानव संग्रहालय में आयोजित जीआईएस में हायर एजुकेशन और महिला सशक्तिकरण पर होने वाली विशेष चर्चा में देश के विशेषज्ञों के साथ हिमांशु भी अपने विचार रखेंगे.
भारत मंडपम में आयोजित समिट में हुए थे शामिल
हिमांशु का कहना है कि "हमारे देश में युवाओं की काफी तादात है. इस युवा शक्ति को सही मार्ग पर ले जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विकसित भारत 2047 नाम का एक प्रोग्राम चलाया जा रहा है. जिसके चलते पिछले माह में भारत के अलग अलग राज्यों के युवाओं को दिल्ली के भारत मंडपम में विकसित भारत यंग लीडर डायलॉग के लिए बुलाया गया था. जिसमें मध्यप्रदेश से उनका चयन हुआ था."
पैनलिस्ट और यंग डेलीगेट्स मिलकर बनाएंगे प्रपोजल
हिमांशु ने बताया कि "विकसित भारत यंग लीडर डायलॉग के अगले क्रम में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में एक राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस ऑर्गेनाइज की जा रही है. इसमें विमेन इंपॉवरमेंट एंड इंप्रूविंग सोशल इंटीकेटर्स को लेकर चर्चा होगी है, जिसमें शामिल होने के लिए हमे आमंत्रित किया गया है. कॉन्फ्रेंस में पैनलिस्ट और यंग डेलीगेट्स मिलकर महिला सशक्तिकरण को लेकर अपने अपने विचार साझा करेंगे, जिसके बाद एक प्रपोजल तैयार होगा, जो महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को सौंपा जाएगा."
डेटा सिक्योरिटी को लेकर सरकार को देगें प्रेजेंटेशन
हिमांशु येंगल का कहना है कि "ग्लोबल इन्वेस्टर्स सम्मिट का हिस्सा बनकर वे उसमें अपनी भूमिका निभाएंगे. इसमें मध्य प्रदेश और पूरे देश में टेक्नोलॉजी को लेकर होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाएंगे, ताकि आगे चलकर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर सकें." हिमांशु का कहना है कि वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में डेटा सिक्योरिटी पर काम करेंगे. क्योंकि आज के समय में डेटा चोरी होने का खतरा बना रहता है, क्रिमनल प्रवत्ति के लोग डेटा चोरी करके उसका गलत इस्तेमाल करते हैं.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए डेटा सिक्योरिटी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक नई टेक्नोलॉजी है, इसका इस्तेमाल करके डेटा सिक्योरिटी को नेक्स्ट लेवल पर ले जाया जा सकता है. हिमांशू येंगल कहते कि इस क्षेत्र में लगातार काम कर रहे है. इसके लिए उन्होंने "ग्रेविटी टेक्नोलॉजी सोल्यूशंस" नाम से एक ऑर्गेनाइजेशन शुरू किया है. इसमें वे डेटा सिक्योरिटी के लिऐ काम करेंगे." हिमांशु का कहना है कि "भोपाल में अयोजित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में इसी के चलते उन्हें आमंत्रित किया गया है. समिट के दौरान वे एआई टेक्नोलॉजी के जरिए डेटा सिक्योरिटी से संबंधित मसले पर सरकार को अपना प्रेजेंटेशन देकर इस विषय पर चर्चा करेंगे."
रीवा के वरिष्ठ पत्रकार के पुत्र है हिमांशु
हिमांशु येंगल रीवा के वरिष्ठ पत्रकार राकेश येंगल के पुत्र हैं. हिमांशु बचपन से पढ़ाई में होनहार हैं. उन्होंने अपनी 12 तक की पढ़ाई रीवा के एक प्राइवेट स्कूल से की, आगे की पढ़ाई रीवा के टीआरएस कॉलेज की है. हिमांशु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी की मदद से डेटा की चोरी रोकने को लेकर काम कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने "ग्रेविटी टेक्नोलॉजी सोल्यूशंस" नाम से एक कंपनी भी शुरू की है, इस कंपनी का उद्देश्य डेटा को चोरी होने से रोकना है.